आरा में रोड ओवर ब्रिज का लोकार्पण समारोह, केंद्र सरकार ने JDU के नेताओं को पूछा तक नहीं

आरा में रोड ओवर ब्रिज का लोकार्पण समारोह, केंद्र सरकार ने JDU के नेताओं को पूछा तक नहीं

PATNA : भोजपुर जिले में एनएच-30 के ऊपर रेलवे क्रॉसिंग की जगह पर रोड ओवरब्रिज का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. आज रोड ओवरब्रिज का लोकार्पण समारोह आयोजित किया गया है. लेकिन हैरत की बात यह है कि भारत सरकार की तरफ से आयोजित इस कार्यक्रम में ना तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पूछा गया और ना ही जेडीयू के किसी अन्य बड़े नेता को. दोपहर 12:30 बजे से लोकार्पण समारोह का आयोजन किया गया है.


इस मौके पर भारत सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के साथ-साथ आरा से स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री आरके सिंह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ेंगे. जबकि भारत सरकार के विभागीय राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह, बिहार के दोनों डिप्टी सीएम तारकेश्वर प्रसाद और रेणु देवी के अलावा बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह, बिहार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन और आरा से स्थानीय विधायक और बिहार सरकार के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे. लेकिन इस आयोजन में किसी बड़े जेडीयू नेता की उपस्थिति नहीं होगी. हालांकि भोजपुर जिले से जुड़े सभी विधायकों और विधान पार्षदों को इस कार्यक्रम में आमंत्रण दिया गया है.


बिहार के लगभग सभी समाचार पत्रों में आज इस लोकार्पण समारोह हो से जुड़ा विज्ञापन भी प्रकाशित किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर के साथ प्रकाशित विज्ञापन में ना तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क्या नाम है और न ही जेडीयू कोटे से किसी अन्य जनप्रतिनिधि का. यह पूरा कार्यक्रम बीजेपी के नेताओं के इर्द-गिर्द ही नजर आ रहा है. लोकार्पण समारोह से जेडीयू के नेताओं को किनारे किए जाने के बाद अब भोजपुर जिले में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं. जेडीयू के स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं में इस बात को लेकर नाराजगी है कि उनकी पार्टी के नेताओं को इस आयोजन में तरजीह नहीं दी गई.



गौरतलब हो कि 9 महीने पहले पिछले साल दिसंबर में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी कोईलवर में सोन नदी पर कोईलवर में बने नये पुल का उद्घाटन किया था. इस कार्यक्रम में सीएम नीतीश समेत एनडीए के कई मंत्री और नेता वर्चुअल तौर पर मौजूद थे. आपको बता दें कि सीएम नीतीश कुमार ने ही पीएम नरेंद्र मोदी से भी आग्रह किया था कि पटना से दिल्ली का सड़क मार्ग से सफर आसान करने के लिए गाजीपुर तक आ रही लखनऊ-गाजीपुर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को बिहार के बक्सर तक पहुंचा दिया जाये. तब इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एलान कर दिया कि लखनऊ से गाजीपुर तक बन रहे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का विस्तार बक्सर तक होगा.



इसे लेकर जेडीयू के नेताओं में रोष है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर को पोस्टर से गायब रखने को लेकर जेडीयू के नेताओं ने इसे गलत बताया है. युवा जदयू के राष्ट्रीय सचिव और पूर्वोत्तर राज्य प्रभारी प्रिंस बजरंगी ने कहा कि सीएम नीतीश को नजरअंदाज करना बिलकुल दुर्भाग्यपूर्ण है. जनता दल यूनाइटेड इस कार्यक्रम का जबरदस्त विरोध करेगी. क्योंकि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में दिन दूना रात चौगुना तरक्की हुई है. जो विकास का चेहरा हैं, गठबंधन में उनका ही अपमान किया जा रहा है.


इस पुल के उद्घाटन समारोह को दो तरीके से आयोजित किया गया था. एक कोईलवर में जहां केंद्रीय राज्य ऊर्जा मंत्री आरके सिंह, केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे, बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह, उपमुख्यमंत्री रेणु देवी, पाटलिपुत्र के सांसद रामकृपाल यादव सहित कई नेता उपस्थित थे. 



जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय राज्य सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री जनरल वीके सिंह, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई नेता इससे जुड़े थे. लेकिन इसबार सीएम नीतीश को न तो पोस्टर पर जगह दी गई है और न ही उन्हें बुलाने की कोई बात सामने आई है.