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GAYA : बिहार के गया से एक बड़ी जानकारी निकल कर सामने आ रही है। जहां, एक अपराधी को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने हमला बोल दिया। बताया जा रहा है कि, गया जिले के डोभी थाना क्षेत्र के बहेरा गांव में जमीनी विवाद के मामले में दर्ज प्राथमिकी के आलोक में नामजद आरोपित की गिरफ्तार करने गई डोभी पुलिस पहुंची तो ग्रामीणों ने ईट पत्थर, लाठी डंडे से हमला बोल दिया।
दरअसल, गया के डोभी थाने में बेहरा गांव निवासी द्वारा यह शिकायत किया गया था कि, उसके जमीन पर किसी दूसरे द्वारा कब्ज़ा कर लिया है। जिसके बाद डोभी वहां पहुंची तो ग्रामीणों ने पुलिस वालों पर हमला बोल दिया। जिसमें एएसआई गोबिंद और चालक समेत कई अन्य पुलिस के जवान घायल हो गए। घायलों में पुलिस के जवान दुर्गा रजक की स्थिति माथा फट जाने के कारण ज्यादा खराब है। वहीं अन्य पुलिस कर्मी को चोटें आई है।
बताया जा रहा है कि, पुलिस जब पहुंची तो ग्रामीण दौड़ा दौड़ा कर पीटने लगे। जिसके बाद पुलिस के जवान और अधिकारी भागते रहे। इस बीच चालक को भी ग्रामीणों ने पीट दिया। हालांकि, इस हमले के बाद पुलिस की दूसरी टीम को तैयार किया गया और गांव में पहुंचकर छापामारी की गई। जिसमें आनंद मंडल और उसके दो पुत्र राजेश मंडल और उमेश मंडल के साथ संतू मंडल और अनिल मंडल को गिरफ्तार किया गया। इस मामले में पुलिस ने बीस लोगों को नामजद और दस अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। इधर, आरोपित रूपेश केशरी पुलिस के गिरफ्त से भाग गया।
इस घटना को लेकर, थानाध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि बहेरा गांव में पचन मंडल और रूपेश केशरी के बीच जमीनी विवाद था। इस मामले में पचन मंडल ने थाना में रूपेश केशरी को अभियुक्त बनाते हुए अनुसूचित जाति/जन जाति के एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई थी। शुक्रवार की रात्रि में गुप्त सूचना के आलोक में अधिकारी गोबिंद क्यू अपने तीन पुलिस के जवान रंग जी राम, महेश दास, दुर्गा रजक के साथ बहेरा गए। पुलिस ने रूपेश केशरी को मौके से पकड़ लिया। इसी बीच गांव के लगभग पचास लोग के द्वारा अचानक पुलिस टीम पर ईट - पत्थर और लाठी - डंडे से हमला कर दिया गया।