LAKHISARAI: घर में खाना बनाने के दौरान अचानक लगी आग से बचने के लिए एक महिला अपने कलेजे के टुकड़े को बचाने के लिए किऊल नदी में कूद गयी। नदी में कूदने के दौरान महिला के सिर गंभीर चोट लगने से मौत हो गयी। हालांकि बच्चा सलामत है। घटना लखीसराय के महावीर स्थान की बतायी जा रही है। जहां इस घटना से परिजनों के बीच कोहराम मचा हुआ है।
मृतका की पहचान अशोक कुमार की पत्नी चंदा देवी के रूप में हुई है जो घर में खाना बना रही थी। उस वक्त उसके साथ उसका बच्चा भी था। इसी दौरान अचानक शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गयी और की लपटें फैलने लगी। आग लगने के बाद चारों ओर से धूंआ निकलने लगा। चंदा देवी आग की लपटे देखकर परेशान हो गयी। अपने तीन साल के बच्चे सिद्धार्थ की जान बचाने के लिए वह उसे लेकर किऊल नदी में कूद पड़ी। इस दौरान पत्थर से उसके सिर में गंभीर चोट लग गयी और वो बुरी तरह से घायल हो गयी।
नदी में कूदने की आवाज आने के बाद लोग उसे बचाने के लिए दौड़े महिला और बच्चे को काफी मशक्कत के बाद नदी से बाहर निकाला गया। महिला की नाजुक हालत को देखते हुए लोग उसे प्राइवेट क्लिनिक में ले गये जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया जबकि बच्चा अब खतरे से बाहर बताया जाता है। फिलहाल उसका इलाज अस्पताल में चल रहा है। उधर ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड की टीम ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। अगलगी की इस घटना में चंदा देवी के पति अशोक कुमार भी घायल हो गये हैं। उनका भी प्राथमिक उपचार किया गया।
चंदा देवी की मौत से पति काफी सदमें में हैं। वही परिजनों के बीच कोहराम मचा हुआ है। परिजनों के आंखों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। इलाके में इस बात की चर्चा होने लगी है मासूम बच्चे की परवरिश अब कैसे होगी। इलाके के लोग भी चंपा देवी की मौत से काफी दुखी है। लोग इस बात को लेकर परेशान हैं कि उनके जाने के बाद तीन साल के मासूम का लालन पालन कौन करेगा?
चंदा देवी अपने बेटे को हमेशा अपने साथ रखती थी। एक पल के लिए उसे अपने से अलग नहीं होने देती थी। अगलगी से उसके बेटे को नुकसान ना हो इसलिए उसने किऊल नदीं में छलांग लगाई थी लेकिन उसे पता नहीं था कि ऐसा करने से उसकी जान चली जाएगी। इलाके में मातम का माहौल है।