GAYA: कोरोना की दूसरी लहर से पूरे देश में कोहराम मचा हुआ है। कोरोना से असमय कई लोगों की मौतें हो रही है। वही कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या भी दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। जिस तरह से संक्रमण फैल रहा है उससे स्थिति और भयावह होती जा रही है। लोगों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करने के लिए सरकार अपील भी कर रही है इसके बावजूद लोग लापरवाही से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे में संक्रमण बढ़ रहा है। विश्व प्रसिद्ध बौद्ध धर्म स्थल एवं अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल बोधगया भी अब कोरोना के साये से नहीं बचा है। बोधगया में संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अप्रैल माह में सबसे पहले महाबोधि मंदिर की सुरक्षा में तैनात जिला बल की महिला सिपाही संक्रमित हुई थी। 1 अप्रैल से लेकर 27 अप्रैल तक बोधगया अस्पताल में 5319 लोगों ने कोरोना जांच कराई जिनमें 616 मरीज संक्रमित पाए गये।
बोधगया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर एंटीजन टेस्ट किट से जांच में संक्रमित मिलने वाले मरीजों को मेडिकल किट देने के बाद होम आइसोलेशन में रहने की सलाह डॉक्टर दे रहे हैं। क्योंकि बोधगया में आइसोलेशन सेंटर की अबतक कोई व्यवस्था ही नहीं है। बोधगया नगर परिषद व प्रखंड कार्यालय की ओर से शहरी क्षेत्रों में संक्रमित मिलने वाले मरीजों के घरों को माइक्रो कंटेन्मेंट जोन व कंटेन्मेंट जोन के रूप में चिन्हित किया जाता है। किसी भी घर में संक्रमित की संख्या में तीन तक रहने पर उक्त घर को माइक्रो कंटेनमेंट जोन और तीन से ज्यादा होने पर कंटेनमेंट जोन बनाते हुए घर की बैरिकेडिंग करायी जाती है। ऐसा इसलिए किया जाता कि संक्रमित के सम्पर्क में आने से आसपास के लोग बच सकें। एक अप्रैल से लेकर 27 अप्रैल तक बोधगया अस्पताल में 5319 लोगों ने कोरोना जांच कराई जिनमें 616 मरीज संक्रमित पाए गये। पीएचसी प्रभारी डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि सभी संक्रमित मरीजों को तत्काल दवा का किट देने के साथ-साथ खाने-पीने से संबंधित अहम सलाह दी जा रही है।