अनंतनाग में दो बिहारी मजदूरों की हत्या पर CM नीतीश ने जताया दुख, 2-2 लाख सहायता राशि मृतक के परिजन को दिए जाने की घोषणा

अनंतनाग में दो बिहारी मजदूरों की हत्या पर CM नीतीश ने जताया दुख, 2-2 लाख सहायता राशि मृतक के परिजन को दिए जाने की घोषणा

DESK:जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने लगातार दूसरे दिन गैर कश्मीरी लोगों को निशाना बनाया है। अनंतनाग में हुए आतंकी हमले में बिहार के दो मजदूरों की मौत हो गयी। राजा ऋषि देव और योगेंद्र ऋषि देव की हत्या पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दुख जताया है। मुख्यमंत्री ने राजा ऋषि देव और योगेंद्र ऋषि देव के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 2-2 लाख सहायता देने की घोषणा की है।


बिहार के दो मजदूरों की हत्या की घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री ने जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा से फोन पर बातचीत की और बिहारियों पर हो रहे हमले पर गंभीर चिंता जतायी। आतंकी हमले में जिन मजदूरों की मौत हुई उनके आश्रित को मुख्यमंत्री राहत कोष से दो 2-2 लाख की सहायता राशी दी जाएगी इसकी घोषणा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की। इसके साथ ही सरकारी योजनाओं का अन्य लाभ दिलाने का निर्देश अधिकारियों को किया गया। वही मुख्यमंत्री ने इस आतंकी हमले में घायल चुनचुन ऋषि देव के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।


गौरतलब  है कि एक दिन पहले यानि शनिवार को आतंकियों ने बिहार के हॉकर और उत्तर प्रदेश के कारपेंटर की गोली मारकर हत्या कर दी थी. श्रीनगर के ईदगाह इलाके में आतंकियों ने बिहार के एक हॉकर को गोली मार दी थी. उसे श्रीनगर मेडिकल कॉलेज हॉस्पीटल ले जाया गया था. लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. आतंकियों की गोली से मारे गये व्यक्ति की पहचान अऱविंद कुमार साह था और बिहार के बांका जिले का रहने वाला था. अरविंद कुमार साह श्रीनगर में गोलगप्पे बेचता था. वहीं शनिवार को ही आतंकियों ने पुलवामा में सगीर अहमद नाम के शख्स की गोली मार कर हत्या कर दी थी. सगीर यूपी का रहने वाला था औऱ कश्मीर में कारपेंटर का काम करता था.


आपको बता दें कि इससे पहले जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने बिहार के रहने वाले अरविंद कुमार साह (22) को गोली मारकर हत्या कर दी. अरविंद का परिवार काफी गरीब है, जो जम्मू में रहकर चाट और गोलगप्पा बेचता था. तीन महीना पहले कोरोना से इसके भाई की भी मौत हो गई थी. अब आतंकवादियों ने अरविंद को भी मौत के घाट उतार दिया है. मौत के बाद उसके घर में कोहराम मच गया है. परिजनों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है.


आतंकी हमले में मारा गया अरविंद कुमार साह (22) मूल रूप से बिहार के बांका जिले का रहने वाला था. बांका के बाराहाट थाना क्षेत्र अंतगर्त महुआ पंचायत के पड़घड़ी गांव में अरविंद का परिवार रहता है, जो काफी गरीब है. तीन महीने में दो जवाब बेटों की मौत के बाद परिवार एकदम टूट गया है. इनके ऊपर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है. अरविंद के परिजनों ने बिहार सरकार और केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगाई है.


मृतक अरविंद साह के पिता देवेंद्र साह ने फर्स्ट बिहार की टीम से बात की और उन्होंने कहा कि "लगभग साढ़े 5 बजे यह खबर मिली कि आतंकवादियों ने अरविंद को गोली मार दी है, जिसके कारण उसकी मौत हो गई है. 15 सदस्यों वाले बड़े परिवार में अरविंद की कमाई से ही घर चलता था. अरविंद जम्मू में चाट और गोलगप्पा बेचकर जो पैसे कमाता था, उसी से घर का चूल्हा जलता था और खाना बनता था."


अरविंद के भाई मुकेश साह ने बताया कि "हमलोग पांच भाई थे. एक बहन भी है, जिसकी शादी अभी नहीं हुई है. पांच में से दो भाइयों की मौत हो गई. बड़ा भाई बबलच साह तीन महीना पहले कोरोना से मर गया. अब आतंकियों ने अरविंद को भी मार गिराया. उसकी अब तक शादी नहीं हुई थी. पड़घड़ी गांव के लगभग 300 लोग जम्मू में कमाते-खाते हैं. 15 दिन पहले आतंकियों ने इसी गांव के रहने वाले जितेंद्र साह को भी गोली मारी थी. गोली उसके हाथ में लगी थी. जितेंद्र फिलहाल हॉस्पिटल में भर्ती है."


बताया जा रहा है कि अरविंद कुमार साह लगभग तीन महीना पहले ही जम्मू गया था. ये पिछले आठ साल से जम्मू में गोलगप्पा बेचने का काम करता था. अरविंद के भरोसे ही परिवार के 15 सदस्यों का भरण पोषण होता था. कमाऊ सदस्य की हत्या होने का उन पर फिर दुखों का पहाड़ टूट चुका है. परिवार ने भारत सरकार से आतंकवादियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है. परिवार द्वारा 50 लाख रुपये का मुआवजा और एक सरकारी नौकरी की भी मांग की गई है.