एल्विश यादव वांटेड नहीं, नोएडा पुलिस ने कहा-अभी तो जांच ही चल रही है, कोटा में हिरासत में लेने के बाद रिहा किया गया

एल्विश यादव वांटेड नहीं, नोएडा पुलिस ने कहा-अभी तो जांच ही चल रही है, कोटा में हिरासत में लेने के बाद रिहा किया गया

PATNA: यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी सीजन 2 के विजेता एल्विश यादव को नोएडा पुलिस गिरफ्तार नहीं करेगी. नोएडा पुलिस ने कहा है कि वह एल्विश की तलाश नहीं कर रही है और वे वांटेड नहीं है. एल्विश यादव को आज राजस्थान के कोटा में हिरासत में लिया गया था. लेकिन नोएडा पुलिस की क्लीन चिट के बाद कुछ ही देर में रिहा कर दिया गया.


बता दें कि शुक्रवार को ही एल्विश यादव के खिलाफ रेव पार्टी और सांप के जहर की सप्लाई को लेकर नोएडा में एफआईआर दर्ज की गयी थी. इस मामले में नोएडा पुलिस ने छापेमारी कर कई सांपों और सांप के जहर के साथ पांच लोगों को गिरफ्तार किया था. इसके बाद एफआईआर दर्ज की गयी थी, जिसमें एल्विश यादव का भी नाम है. 


कोटा में हिरासत में लिये गये एल्विश

राजस्थान में अभी विधानसभा चुनाव चल रहा है. इसके कारण सड़कों पर चेकिंग हो रही है. शनिवार को कोटा ग्रामीण जिले में पुलिस ने नाकाबंदी लगा रखी थी. जांच के दौरान पुलिस ने एक कार को रुकवाया. पुलिस टीम ने जब चेकिंग की तो पता चला कि कार में एल्विश यादव भी सवार थे. कोटा पुलिस को एल्विश के खिलाफ नोएडा में दर्ज मामले की जानकारी थी, ऐसे में एल्विश को हिरासत में ले लिया गया और नोएडा पुलिस को मामले की जानकारी दी गयी. 


कोटा पुलिस ने एल्विश को हिरासत में लेने के बाद 20 मिनट तक पूछताछ की. कोटा के  सुकेत थाना रामगंज के थानेदार ने मीडिया को बताया कि एल्विश यादव को  गिरफ्तारी नहीं किया गया था. उन्होंने बताया कि नाकाबंदी के दौरान एल्विश को हिरासत में लिया गया था. उनसे करीब 20 मिनट तक पूछताछ की गयी और उसके बाद उन्हें जाने दिया गया.


नोएडा पुलिस ने कहा-एल्विश वांटेड नहीं

राजस्थान के डीजीपी उमेश मिश्रा ने एल्विश यादव को हिरासत में लिये जाने की पुष्टि की. उन्होंने कहा कि इस संबंध में नोएडा पुलिस को भी जानकारी दी गई. कोटा के सुकेत थाने के थानेदार विष्णु ने बताया कि  हमें पता चला था कि एल्विश यादव के खिलाफ नोएडा में एक केस दर्ज है. एल्विश यादव को हिरासत में लेने के बाद नोएडा के संबंधित थाने के डीसीपी और एसीपी से बातचीत की गई. उन्होंने बताया कि वह अभी वांटेड नहीं है, पुलिस उसके खिलाफ दर्ज मामले में फिलहाल जांच कर रही है. नोएडा पुलिस से मिली जानकारी के बाद हमने उसको छोड़ दिया.