अखुरथ संकष्टी चतुर्थी का विशेष महत्व है, क्योंकि यह दिन भगवान गणेश की पूजा और उपासना के लिए समर्पित होता है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से आय और सौभाग्य में वृद्धि होती है, और जीवन में आ रही परेशानियां दूर होती हैं। साथ ही, यह दिन विशेष रूप से दान करने के लिए भी उपयुक्त माना जाता है, क्योंकि दान से भगवान गणेश की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सफलता के मार्ग खुलते हैं।
अखुरथ संकष्टी चतुर्थी पर किए जाने वाले दान:
सुख-समृद्धि में वृद्धि: अगर आप सुख-समृद्धि में वृद्धि चाहते हैं, तो अखुरथ संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा के बाद अनाज, फल, और गर्म वस्त्र का दान करें। यह दान भगवान गणेश को प्रसन्न करता है और आपके जीवन में समृद्धि और सुख की प्राप्ति होती है।
गाय को हरा चारा खिलाना: अखुरथ संकष्टी चतुर्थी के दिन गाय को हरा चारा खिलाना शुभ माना जाता है। यह कार्य गौ माता की कृपा प्राप्त करने के साथ ही जीवन में आ रही परेशानियों को खत्म करता है।
मनचाहा करियर और सफलता के लिए दान: इस दिन मूंग दाल और सुहागिन महिलाओं को चूड़ी का दान करना शुभ होता है। इससे आपको मनचाहा करियर मिलता है और सफलता के नए रास्ते खुलते हैं।
घर में सुख-शांति का आगमन: अगर आप घर में सुख और शांति की कामना करते हैं, तो इस दिन दही का दान करें और पशु-पक्षियों के लिए दाना डालें। इससे घर में सुख-शांति का वास होता है और गणेश जी की कृपा प्राप्त होती है।
गणेश मंत्र:
वक्रतुण्ड महाकाय मंत्र: "ऊँ वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटि समप्रभ ।
निर्विघ्नं कुरू मे देव, सर्व कार्येषु सर्वदा ॥"
एकदंताय मंत्र: "ॐ एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥"
गजाननाय मंत्र: "ॐ गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥"
अखुरथ संकष्टी चतुर्थी भगवान गणेश की पूजा और दान का एक महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन किए गए दान से धन लाभ, सुख-समृद्धि, और मनचाही सफलता मिलती है। भगवान गणेश की कृपा प्राप्त करने के लिए इस दिन पूजा, मंत्र जप, और दान करें, और अपने जीवन को खुशहाल और समृद्ध बनाएं।