आखिरकार पांच दिनों के बाद सामने आए तेजस्वी! सरकारी कार्यक्रमों से दूरी बनाने पर उठ रहे थे सवाल, इंवेस्टर्स मीट को लेकर कही ये बात

आखिरकार पांच दिनों के बाद सामने आए तेजस्वी! सरकारी कार्यक्रमों से दूरी बनाने पर उठ रहे थे सवाल, इंवेस्टर्स मीट को लेकर कही ये बात

PATNA: पिछले पांच दिनों से सरकारी कार्यक्रमों से गायब तेजस्वी यादव आखिरकार शुक्रवार को मीडिया के सामने आए। तेजस्वी के सरकारी कार्यक्रमों से दूरी बनाने के बाद सियासी गलियारों में तरह तरह के कयास लगाए जा रहे थे। मीडिया में आज जब तेजस्वी के मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों से दूरी बनाने की खबरें आई तो तेजस्वी यादव सामने आए। 


दरअसल, बिहार में आयोजित दो दिवसीय इंवेस्टर्स मीट में तेजस्वी के शामिल नहीं होने पर सवाल उठने लगे थे। इसके बाद जब तेजस्वी ने शुक्रवार को नवादा में गंगा जल आपूर्ति योजना के लोकार्पण कार्यक्रम से दूरी बनाई तो सियासी गलियारे में तरह तरह के कयास लगाए जाने लगे। कयास ये भी लगाए जा रहे थे कि इंवेस्टर्स मीट के पोस्टर में तस्वीर नहीं होने से तेजस्वी नाराज हो गए हैं। मीडिया में खबर आने के बाद आखिरकार तेजस्वी को सामने आना पड़ा।


दो दिवसीय इंवेस्टर्स मीट को लेकर तेजस्वी ने कहा कि बिहार में जो इंवेस्टर्स मीट हुआ वह ऐतिहासिक काम है। लगभग 50 हजार करोड़ के निवेश का एमओयू बिहार सरकार के साथ हुआ है। अबतक इतने बड़े पैमाने पर निवेश नहीं हुआ था। तेजस्वी ने इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत विभाग के तमाम अधिकारियों को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास था कि बिहार में अधिक से अधिक निवेश लाया जाए। आने वाले दिनों में सरकार आईटी और टूरिज्म पॉलिसी लाने का काम करेगी ताकि अधिक से अधिक निवेशक बिहार आएं।


तेजस्वी ने कहा कि उद्योगों के जरिए सरकार की कोशिश होगी कि बिहार के लोगों को बिहार में ही काम मिल सके। उद्योग विभाग लगातार निवेशकों को बिहार लाने के लिए काम कर रहा है। आगे भी कोशिश होगी कि जितनी भी बड़ी बड़ी कंपनियां हैं वे बिहार में निवेश करें और यहां अपने उद्योग को स्थापित करें। बिहार के लोगों को बिहार में ही रोजगार मिलेगा तो उससे रेवेन्यू भी सर्कूलेट होगा, जिसका फायदा सभी को मिलेगा।


बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यक्रमों से तेजस्वी के शामिल नहीं होने पर पार्टी नेता कह रहे थे कि तेजस्वी यादव शादी की सालगिरह पर पिछले हफ्ते सपरिवार तिरुपति बालाजी गए थे। कहा जा रहा था कि तिरुपति बालाजी से मुंडन कराकर लौटने के बाद उन्हें ठंड लग गई है इसलिए डॉक्टरों की सलाह पर वे घर में आराम कर रहे हैं, हालांकि सियासी गलियारे में यह बात किसी को हजम नहीं हो रही थी और कयासों का बाजार गर्म हो गया था लेकिन तेजस्वी ने सामने आकर सभी कयासों पर विराम लगा दिया।