VAISHALI: बिहार पुलिस के हाईटेक होने के दावे की पोल खोलती यह तस्वीर वैशाली जिले से सामने आई है। पुलिस को जब गाड़ी नहीं मिली तब जवानों ने माल ढोने वाली गाड़ी पर सवार होकर अपनी ड्यूटी निभाने के लिए निकल पड़े। सामान ढोने वाली गाड़ी में कैदियों को लादते हुए पुलिस नजर आयी।
दरअसल यह तस्वीर वैशाली जिले के महुआ थाने की है। जहां एक मामले में पुलिस ने 14 लोगों को गिरफ्तार किया था। गिरफ़्तारी के बाद आरोपियों को जेल भेजने की जब बारी आयी तो थाने में कोई गाड़ी नहीं दिखा। लेकिन कैदियों को कोर्ट ले जाना जरूरी था इसलिए पुलिस ने आनन-फानन में सामान ढोने वाली वैन को थाने पर मंगवाया।
थाने पर जब सामान ढोने वाली वैन आई तब इन चौदह कैदियों को वैन में डाला गया और खुद पुलिस भी उसमें सवार हो गयी। कैदियों की संख्या ज्यादा थी इसलिए पुलिस ने सामान धोने वाली गाड़ी मंगवाया। यह तस्वीर तस्वीर बिहार पुलिस में संसाधनों की कमी को बयां कर रहा है। जब जिले के बड़े पुलिस अधिकारी से सवाल किया गया तो उनकी लाचारी साफ दिख रही थी। स्थानीय DSP राजेश कुमार ने बताया कि जो संसाधन है उसी में काम करना है।
कल हमने आपकों सुपौल की तस्वीर दिखाई थी। जहां पेट्रोल पंप के मालिक ने उत्पाद विभाग को पेट्रोल देना ही बंद कर दिया था। पेट्रोल पंप के मालिक का कहना था कि पहले पांच लाख 85 हजार रुपये जमा कीजिए तब ही पेट्रोल मिलेगा। पेट्रोल नहीं मिलने के कारण गाड़ी की टंकी खाली थी जो थाने पर लगी हुई थी। गाड़ी में पेट्रोल नहीं रहने के कारण बीते 10 अगस्त से ही छापेमारी अभियान बंद था। जबकि इससे पहले शराबबंदी कानून को कड़ाई से पालन कराने के लिए इलाके में छापेमारी की जा रही थी। वही बिहार की हाईटेक पुलिस एक तस्वीर आज फिर सामने आई है। यह तस्वीर वैशाली जिले की है। सुपौल और वैशाली से आई तस्वीरें बिहार पुलिस की हाईटेक व्यवस्था की पोल खोलने का काम कर रही है।