PATNA: इसी महीने बिहार सरकार ने पटना में इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन किया था. उसमें आये उद्योगपति बिहार में कितना निवेश करेंगे, ये किसी को नहीं मालूम. लेकिन इससे अलग शनिवार को दिल्ली में भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों से बिहारी उद्यमी जुटे. लेट्स इंस्पायर बिहार के बैनर तले जुटे उद्यमियों ने बिहार में पूंजी निवेश कर अपने राज्य को 2047 तक विकसित बनाने का संकल्प लिया.
दिल्ली के एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में आज लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान के तहत बिहार के बुद्धिजीवियों और उद्यमियों का सम्मेलन हुआ. आईपीएस अधिकारी विकास वैभव लेट्स इंस्पयार बिहार अभियान चला रहे हैं. उनकी पहल पर ही आज इस कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इस कार्यक्रम में इस बात पर मंथन हुआ कि 2047 तक एक ऐसे विकसित बिहार की स्थापना करना है, जिसमें शिक्षा, रोजगार अथवा स्वास्थ्य के लिए किसी को बिहार से बाहर नहीं जाना पड़े.
बिहार विजन कॉन्क्लेव 2047 में जुटे हजारों बिहारवासियों को संबोधित करते हुए विकास वैभव ने कहा कि कार्यक्रम में बिहार के तमाम ऐसे बुद्धिजीवी तथा उद्यमी व्यक्ति सम्मिलित हुए हैं जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में महारथ हासिल कर रखा है. आज सभी को ये संकल्प लेना होगा कि 2047 तक बिहार विकसित राज्य बन जाये. इसके लिए जाति, संप्रदाय, लिंग भेद परे उठकर सभी को शिक्षा, समता और उद्यमिता के विकास के लिए योगदान करना होगा.
आईपीएस विकास वैभव ने कहा कि बिहार में 30 वर्ष से कम के 9 करोड़ युवा हैं जिन्हें अगले 2 दशकों में बिहार में ही बेहतर शिक्षा तथा उचित रोजगार की जरूरत होगी. इसके लिए उद्यमिता की क्रांति आवश्यक है . उन्होने अभियान के माध्यम से बिहार के हर जिले में अगले 5 वर्षों में युवाओं द्वारा ऐसे 5 सफल स्टार्टअप के विकास का लक्ष्य दिया जिनमें 100 से अधिक व्यक्तियों को रोजगार मिले. ऐसे स्टार्टअप से ही दूसरे लोग भी प्रेरित होंगे और एक चेन बनेगा जो बिहार में उद्यमिता की क्रांति की शुरूआत करेगा. उन्होंने कहा कि हमें नौकरी मांगने वाली सोच से उपर उठ कर नौकरी देने वाले की सोच बनानी होगी.
विकास वैभव ने कहा कि बिहार का प्रमुख लक्ष्य उद्यमिता का विकास होना चाहिए, जिससे बिहार में नये स्टार्टअप के माध्यम से बिहार में रोजगार सृजन हो सके. उन्होंने सभी उद्यमियों से बिहार में उद्योग लगाने का भी आग्रह किया. इसके बाद कई उद्यमियों ने ये घोषणा की कि वे बिहार में जरूर पूंजी निवेश करेंगे. इस मौके पर आलोक रंजन ने अभियान का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि पिछले ढाई वर्षों में बिहार में प्रदेश के प्रबुद्धजनों की सहभागिता एवं विकास वैभव जैसे लोकप्रिय आईपीएस के आह्वान पर नया बिहार बनाने का सामाजिक अभियान चल रहा है. इसका उद्देश्य शिक्षा समता एवं उद्यमिता के क्षेत्र में सामूहिक परिवर्तन लाना है.
कार्यक्रम में वड़ोदरा अध्याय के संयोजक मोहन कुमार झा, दिल्ली अध्याय के इंद्र मोहन यादव, अनिल कुमार, रविन्द्र सिन्हा ने अहम भूमिका निभायी. इस सम्मेलन में ब्रिगेडियर ए के सिंह, हास्य कवि शंभु शिखर, मौलाना कल्बे रुशैद रिजवी, सोनम मिश्रा, नीरेन आनंद, अमित ठाकुर, सिंगधा श्रीवास्तव, अनिल कुमार झा ने भी विचार रखे.