अग्रणी ग्रुप की सारी जमीन पर अब रेरा का कब्जा, ग्राहकों के हित में ऐतिहासिक फैसला

अग्रणी ग्रुप की सारी जमीन पर अब रेरा का कब्जा, ग्राहकों के हित में ऐतिहासिक फैसला

PATNA : राजधानी पटना में एक आशियाने का सपना देखने वाले सैकड़ों लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाली अग्रणी ग्रुप की सारी जमीन को रेरा ने अपने कब्जे में ले लिया है. बिहार में ऐसा पहली बार हुआ है कि निवेशक हो को आशियाना नहीं देने वाली किसी रियल स्टेट कंपनी पर रैना ने इस कदर शिकंजा कसा हो. रेरा के अध्यक्ष अफजल अमानुल्लाह और सदस्य आरपी सिन्हा की बेंच ने अग्रणी ग्रुप ऑफ़ कंपनीज की सभी जमीन को रेरा के कब्जे में लेने का निर्देश जारी किया है. बुधवार को सुनवाई के बाद जमीन के सभी कागजात 17 फरवरी के पहले रेरा में जमा कराने का निर्देश ग्रुप के निदेशक को दिया गया है.


रेरा बेंच ने सुनवाई के दौरान कहा है कि कई बार के आदेश के बावजूद अग्रणी ग्रुप ऑफ कंपनीज के संचालक के खरीदारों को पहचान नहीं लौटा रहे हैं. इससे परेशान शिकायत कर्ताओं ने रेरा के समक्ष मामले का शीघ्र समाधान कर उनकी राशि वापसी का अनुरोध किया है. शिकायत कर्ताओं की मजबूरी और रेरा के निर्देश के बावजूद अग्रणी ग्रुप के रवैए को देखते हुए यह बड़ा फैसला लिया गया है.


इतना ही नहीं अग्रणी ग्रुप ने रुबन अस्पताल प्रबंधन को आवासीय भवन के अनधिकृत उपयोग को तत्काल रोकने का भी आदेश दिया है. अग्रणी होम्स से खरीदी गई जमीन पर चलाए जा रहे हैं. अस्पताल को तत्काल प्रभाव से रोक लगाने के लिए कहा गया है. पाटलिपुत्र कॉलोनी स्थित हाउस नंबर 15 आवासीय है. इसके बावजूद अस्पताल प्रबंधन यहां अस्पताल चला रहा है. अब इस भवन में अस्पताल तभी चलेगा, जब आवासीय भवन के अस्पताल के रूप में उपयोग के लिए या तो पटना नगर निगम से स्वीकृति मिल जाए या फिर रेरा कोर्ट इसके लिए आदेश दे दे.


अग्रणी ग्रुप ऑफ़ कंपनीज को जिन भूखंडों की डीड देने के लिए कहा है, उनमें सोनपुर के परमानंदपुर में जमीन, वाराणसी की जमीन के कागजात, कंकड़बाग के लोहिया नगर योगीपुर स्थित हाउस नंबर ए/15, भूतनाथ रोड स्थित अवध अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 403 और मौलाना इंजीनियरिंग कॉलेज दानापुर के पास 7 से 8 कट्ठा जमीन के पेपर शामिल हैं.