GAYA : बिहार में सत्ता परिवर्तन हुआ है और इस परिवर्तन के बाद नेता विपक्ष तेजस्वी यादव सड़क पर उतर कर राजनीति कर रहे हैं। बिहार के लगभग सभी जिलों का भ्रमण कर रहे हैं और लोगों को बता रहे हैं कि 17 महीना के कार्यकाल में उन्होंने क्या कुछ किया है और कैसे रोजगार देने के साथ-साथ नौजवानों के हित के लिए काम किया है। वहीं, इस दौरान जो सबसे बड़ी राजनीतिक चर्चा चल रही है वही है कि क्या चिराग पासवान का साथ तेजस्वी यादव को मिलेगा और दोनों एक साथ मंच साझा करते हुए नजर आएंगे। उसके बाद इन तमाम सवालों का जवाब राजद के विधायक कुमार सर्वजीत ने खुद दिया है।
चिराग और तेजस्वी पर भरोसा
राजद विधायक और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री कुमार सर्वजीत ने कहा कि- बिहार में नौजवान की जरूरत है, यदि ये लोग साथ आते हैं तो यह काफी अच्छी बात है। उन्हें खुद भी मालूम है कि यदि ये लोग साथ नहीं आएंगे तो बिहार के नौजवान का क्या होगा? आज चिराग पासवान और तेजस्वी यादव के साथ जो नौजवान साथ खड़े हैं उन्हें इनपर काफी भरोसा है, ऐसे में यदि यह लोग नौजवानों के बारे में नहीं सोचेंगे तो कौन इनके बारे में सोचेगा। क्या कोई थका हुआ आदमी इनका विकास कर पाएगा?
राहुल गांधी सबसे होशियार
इसके आगे राजद विधायक ने चिराग पासवान से सवाल पूछते हुए कहा कि - वह खुद बताएं कि क्या कोई थका हुआ इंसान बिहार के नौजवानों का विकास कर सकता है। वो खुद देख लें कि किस तरह से थके हुए आदमी की तरफ से बोला जाता है कि राहुल गांधी लुटेरे हैं और तेजस्वी यादव लुटेरे हैं। इस देश में कोई ऐसा नेता नहीं है जो राहुल गांधी से ज्यादा पढ़ा लिखा और होशियार हो। इसके बाद भी वो लोग किस तरह के कुछ भी बोलकर नौजवानों का अपमान कर रहे हैं।
32 साल का युवा दे रहा नौकरी
वहीं, राजद नेता और बिहार विधानसभा के नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव की यात्रा को लेकर उनकी ही पार्टी के विधायक ने कहा कि- वो युवाओं की मांग को अपने कंधे पर बैठकर उसके हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। एक 32 साल का लड़का जब बिहार में नौजवानों को नौकरी दे रहा था तो देश के तमाम नेता उस पर प्रहार कर रहा था। इसी से समझ सकते हैं कि दूसरे लोगों की नौजवानों की कितनी चिंता है और इन्हें किस कदर फ़िक्र है। अब जिस व्यक्ति के पास और जिस दल के पास बिहार के नौजवानों के लिए कोई मुद्दा ही ना हो, रोजगार और नौकरी की कोई बात ही नहीं हो तो कई तरह का आरोप लगाते रहते हैं वो कैसे बिहार का विकास करेंगे।
उधर, सरकार में रहते हुए राजद कोट के पास मौजूद विभागों की फाइल खुलवाने के मुद्दे पर जवाब देते हुए विधायक ने कहा कि -कानून अपना काम करते रहेगा मैं इस फैसले का स्वागत करता हूं। मैं तो यही कहना चाहता हूं कि मंत्री कोई भी फाइल खुद जाता है क्या सारे फाइल तो अधिकारियों के द्वारा लाया जाता है तो पहले अधिकारी समझेंगे। इसमें मंत्री में कहां यदि कुछ करना होगा तो पहले वो करेंगे तब न हमारी बात होगी।