PATNA : कोरोना संकट के बीच देश भर में एक और संकट का खतरा तेजी से बढ़ रहा है. टिड्डी दल के खतरो को लेकर देश के कई राज्यों में चेतावनी जारी की गई है. वहीं टिड्डीयों के बिहार पहुंचने का समय हवा के रुख और रफ्तार पर निर्भर कर रहा है.
बताया जा रहा है कि टिड्डीयों का दल अभी झांसी के आसपास देखा गया है. केंद्र सरकार ने टिड्डीयों पर काबू पाने के लिए ड्रोन से छिड़काव की अनुमति दे दी है. जिसके लिए राज्य सरकार और बिहार कृषि विश्वविद्यालय ने भी पूरी तैयारी कर ली है. इसके साथ ही साथ किसी भी स्थिति में किसानों को कॉल सेंटर के टोल फ्री नंबर पर संपर्क करने की सलाह दी गई है. वहीं टिड्डीयों के लोकेशन की जानकारी को लेकर अधिकारियों में भ्रम की स्थिति है. कोई भी औपचारिक रूप से सही जानकारी देने की स्थिति में नहीं है.
वहीं राज्य के कुछ अधिकारी अनौपचारिक बातचीत में कहते हैं कि टिड्डीयों का दल पुरवा हवा चलने के कारण लौटने लगा है. वहीं केंद्र के अधिकारी का मानना है कि दल अब भी झांसी के आसपास ही है. वहां उन पर नियंत्रण पा लिया गया तो उम्मीद है कि वह दल आगे नहीं बढ़ पाएगा और अगर नियंत्रण नहीं पाया गया तो 3 से 7 दिन में बिहार की सीमा में प्रवेश कर सकता है. यह समय हवा की रफ्तार के साथ घट बढ़ भी सकता है. केंद्र सरकार की नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने स्थिति के अनुसार ड्रोन के इस्तेमाल की अनुमति दे दी है. उससे दवा का छिड़काव किया जाएगा.
वहीं गुरुवार को बिहार के कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने प्रवासी श्रमिकों के रोजगार के साथ टिड्डी दल के आने की आशंकाओं को लेकर बिहार विश्वविद्यालय के अधिकारियों के साथ समीक्षा की. लगभग 2 घंटे तक चली इस बैठक में मंत्री ने ट्ड्डीयों बचाव की जानकारी को लेकर किसानों को जागरूक करने का निर्देश भी दिया.