ब्रेकिंग न्यूज़

ISM पटना में छात्र परिषद शपथ ग्रहण समारोह, 17 छात्र प्रतिनिधियों ने ली बड़ी जिम्मेदारी SAHARSA: मणिकांत हत्याकांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, दो ने कोर्ट में किया सरेंडर बिहटा चेन स्नैचिंग कांड का खुलासा, चार आरोपी गिरफ्तार PURNEA: जानकीनगर पुलिस ने 12 घंटे में चोरी की घटना का किया खुलासा, दो गिरफ्तार बड़हरा की तीर्थ यात्रा पहल को नई गति, नथमलपुर से अयोध्या के लिए रवाना हुआ श्रद्धालुओं का जत्था विद्या विहार विद्यालय में अलंकरण समारोह, पूर्व छात्र IPS प्रवीन प्रकाश बने मुख्य अतिथि चुनाव से पहले एसपी का निरीक्षण, मीरगंज में सुरक्षा और प्रशासनिक तैयारियों की समीक्षा Bihar Politics: ‘वोट चोरी से प्रधानमंत्री बनें हैं नरेंद्र मोदी’ आरजेडी सांसद संजय यादव का बड़ा हमला हैदराबाद में सनातन महाकुंभ: सिंदूर महायज्ञ का हुआ आयोजन Bihar News: बिहार में यहां बनने जा रहीं दो फोरलेन सड़कें, पथ निर्माण विभाग ने भेजा डीपीआर; खर्च होंगे 201 करोड़

अधिकारों के लिए करना होगा संघर्ष, मुकेश सहनी बोले- जिसकी जितनी संख्या.. उतनी मिले हिस्सेदारी

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 04 May 2023 07:34:45 PM IST

अधिकारों के लिए करना होगा संघर्ष, मुकेश सहनी बोले- जिसकी जितनी संख्या.. उतनी मिले हिस्सेदारी

- फ़ोटो

PATNA: बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के सुप्रीमो मुकेश सहनी गुरुवार को वैशाली पहुंचे, जहां उन्होंने देसरी स्थित बाजितपुर बिन्द टोला में शिव मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा और अष्टयाम यज्ञ में शामिल हुए। इस मौके पर सहनी ने पूजा-अर्चना की और एक जनसभा को संबोधित किया।


कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुकेश सहनी ने कहा है कि जितनी जिसकी संख्या हो उसके हिसाब से उसकी हिस्सेदारी सुनिश्ति होनी चाहिए। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सिर उठाकर जीना है तो अपने अधिकार के प्रति संघर्ष कीजिए। उन्होंने कहा कि भारत के संविधान में एसटी, एससी और ओबीसी को अधिकार दिया गया है, लेकिन आज तक अधिकार का लाभ नहीं मिला है। कई राज्यों में निषाद समाज को आरक्षण दिया गया है, लेकिन बिहार में आरक्षण अब तक नहीं मिला। 


उन्होंने कहा कि आज आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य जाति के लोगों को 10 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। वीआईपी आरक्षण की विरोधी नहीं है लेकिन जनसंख्या के अनुसार आरक्षण की व्यवस्था होनी चाहिए। सहनी ने कहा कि अगर हमे सिर उठाकर जीना है तो संघर्ष करना होगा। उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि वर्षों से हमें गुलाम रखा गया है। आज संघर्ष की बदौलत ही ऐसी स्थिति है कि निषाद का बेटा टिकट मांगने का नहीं बल्कि टिकट बांटने का काम कर रहा है।