PATNA : राज्यसभा के 5 सीटों पर होने वाले चुनाव को लेकर बिहार में सरगर्मी तेज है. सभी राजनीतिक दल अपने-अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान को लेकर असमंजस में फंसे दिख रहे हैं. बिहार विधानसभा के दलीय स्थिति को देखा जाए तो 2 सीटें राजद, 2 सीटें बीजेपी और 1 सीट नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू जीत सकती है. ऐसे में तीनों ही मुख्य राजनीतिक दल अपने-अपने उम्मीदवारों के नामों पर मंथन शुरू कर चुके हैं लेकिन सबसे ज्यादा बवाल आरजेडी और जेडीयू के अंदर मचा हुआ है. आरजेडी में 1 नाम लगभग फाइनल हो चुका है तो दूसरे पर मंथन जारी है. लालू और तेजस्वी एक नाम के मंथन के लिए पटना आ सकते हैं तो जेडीयू में नीतीश कुमार भी कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं. वहीं जेडीयू के अंदर मचे राज्यसभा के 1 सीट के लिए घमासान पर बीजेपी नजर बनाए हुए.
लेकिन इन सबके बीच राज्यसभा के लिए 31 मई तक नामांकन पर्चा दाखिल करना है. 24 मई से शुरू हुए नामांकन के पहले दिन बिहार में उथल-पुथल के बीच किसी भी पार्टी से उम्मीदवारों ने अपना नामांकन नहीं किया. आपको बता दें कि बिहार से राज्यसभा में जुलाई महीने में 5 सीटें खाली होनी है. जिसके लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. हालांकि राज्यसभा के नामांकन करने के पहले दिन किसी ने अपना नामांकन पर्चा नहीं भरा.
आपको बता दें कि बिहार में 5 सीटों पर होने वाले राज्यसभा के चुनाव के लिए अगर पांच ही उम्मीदवार मैदान में उतरते हैं तो सभी निर्विरोध चुने जाएंगे अगर 5 से ज्यादा कोई उम्मीदवार अपना नामांकन पर्चा दाखिल करता है तो फिर चुनाव की स्थिति बन जाएगी और फिर उनके नामांकन पत्रों की छंटनी के बाद चुनाव कराई जाएंगी. आपको पता हो 10 जून मतदान कराने के लिए निर्धारित किया गया है. मतदान सुबह 9:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक होगी. और उसी दिन शाम में वोटों की गिनती 5:00 बजे से शुरू हो जाएगी.
आपको बता दें कि बिहार कोटे से राज्यसभा के लिए जिन पांच सदस्यों का कार्यकाल खत्म हो रहा है. उसमें भाजपा के गोपाल नारायण सिंह और सतीश चंद्र दुबे शामिल है वहीं राजा से मिसा भारती और जेडीयू से रामचंद्र प्रसाद सिंह शामिल हैं. शरद यादव की सीट 4 दिसंबर 2017 से ही खाली है. हालांकि राज्यसभा के लिए होने वाले चुनाव में इस बार जेडीयू को नुकसान तो आरजेडी को फायदा पहुंचने वाला है.