PATNA : कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के बीच भारतीय रेल ने यात्री सेवाओं को शुरू करने का निर्णय लिया है. भारत के विभिन्न राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों और छात्रों के लिए पहले से "श्रमिक स्पेशल" ट्रेनें चलाई जा रही हैं. रेलवे की ओर से "श्रमिक स्पेशल" ट्रेनों के लिए नई गाइडलाइंस जारी की गई हैं. नई गाइडलाइंस के मुताबिक "श्रमिक स्पेशल" ट्रेन में अब हर एक बर्थ पर एक ही यात्री सफर कर सकेंगे.
भारतीय रेल धीरे-धीरे कुछ यात्री ट्रेन सेवाओं की शुरुआत करने जा रही है. मौजूदा श्रमिक स्पेशल ट्रेनें वर्तमान व्यवस्था के अनुसार संबंधित राज्य सरकारों के अनुरोध पर सामान्य रूप से चलती रहेंगी, लेकिन मंत्रालय की ओर से कई तब्दीलियां की गई हैं. नई गाइडलाइंस के मुताबिक अब श्रमिक स्पेशल ट्रेन जिस राज्य में जा रही है, वहां तीन स्टापेज पर रुकेगी. इसके अलावा स्लीपर बर्थ की सभी सीटों पर यात्री यात्रा कर सकेंगे. अभी तक ट्रेन की एक बोगी में 72 की जगह 56 लोगों को ही जगह दी जा रही थी, लेकिन अब हर एक सीट पर यात्रियों को बैठाया जायेगा.
लॉकडाउन में फंसे मजदूर, छात्र, तीर्थयात्री और पर्यटकों के लिए रेलवे की ओर से "श्रमिक स्पेशल" ट्रेनों को चलाया जा रहा है. इसके आलावा कल यानी कि मंगलवार 12 मई से 15 जोड़ी ट्रेनों के परिचालन की घोषणा रेलवे की ओर से की गई है. नई दिल्ली से विभिन्न राज्यों के राजधानी के लिए ये ट्रेन सेवाएं शुरू करने की तैयारी की गई है. स्पेशल ट्रेन की बुकिंग 11 मई यानी कि सोमवार को शाम 4 बजे से शुरू होगी.
"श्रमिक स्पेशल" ट्रेन के लिए रेलवे की नई गाइडलाइंस -
1. ट्रेन के सभी बर्थ पर बैठेंगे यात्री
2. अब 12 घंटे से ज्यादा लंबे सफर वाली ट्रेनों में एक समय का भोजन उपलब्ध कराया जाएगा
3. रेलवे स्टेशन और ट्रेनों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य है
4. यात्रा के दौरान हर यात्री को मास्क लगाना अनिवार्य है
5. ट्रेन में सफर करने से पहले सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग की जाएगी
6. सिर्फ उन्हीं यात्रियों को जाने दिया जाएगा जिनमें कोरोना के लक्षण न हों
7. किसी यात्री को कोई टिकट जारी नहीं किया जाएगा
8. राज्य सरकारें यात्रियों के टिकट का खर्चा उठाएंगी
9. गंतव्य पर पहुंचने पर इन्हें एक एक बैच के रूप में उतारा जाएगा और वहां हर यात्री की स्क्रीनिंग की जाएगी
10. राज्य सरकार उन लोगों के घर तक पहुंचने की व्यवस्था करेगी