अब पशुपति पारस को फोन पर दी गयी गालियां और धमकी, दिल्ली में केस दर्ज, केंद्रीय मंत्री ने कहा-मुझे जान से मारने की साजिश रची गयी

अब पशुपति पारस को फोन पर दी गयी गालियां और धमकी, दिल्ली में केस दर्ज, केंद्रीय मंत्री ने कहा-मुझे जान से मारने की साजिश रची गयी

DELHI: लोजपा में चाचा और भतीजे की लड़ाई निचले स्तर पर गिरती जा रही है। अब केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने आरोप लगाया है कि उन्हें फोन कर जाम मारनी की धमकी और भद्दी भद्दी गालियां दी गयी है। आज पारस की ओर से दिल्ली पुलिस में इसकी प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। पारस खुलकर आरोप लगा रहे हैं कि ये उनके भतीजे की साजिश है।


पारस ने दर्ज कराया केस

पशुपति पारस के पीएम सुबोध कुमार ने दिल्ली के पार्लियामेंट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई है. एफआईआर में कहा गया है कि पारस के फोन पर कॉल कर धमकी और गालियां दी गयी है. हालांकि इस एफआईआर में चिराग पासवान या उनके समर्थकों के नाम का जिक्र नहीं है. लेकिन पारस खुलकर आऱोप लगा रहे हैं कि उनके भतीजे चिराग और उनके समर्थक ऐसी घटनाओँ को अंजाम दे रहे हैं.


पारस बोले-मेरी जान लेने की हो रही साजिश

मीडिया से बात करते हुए पशुपति कुमार पारस ने कहा कि उनकी जान लेने की साजिश रची जा रही है. पारस ने कहा कि 23 अगस्त को जब वे अपने संसदीय क्षेत्र हाजीपुर गये थे तो उसके एक दिन पहले उनके मर्डर की साजिश रची गयी थी. हाजीपुर के राजापाकड़ में इसकी साजिश रची गयी थी. अपराधियों को वहां मीट-चावल के साथ दारू पिलाया गया था. पारस ने कहा कि इसी साजिश के तहत उनके उपर हाजीपुर में हमला किया गया था. 


पारस ने कहा कि इससे पहले उनकी पार्टी के दो समर्थकों को भी फोन कर धमकी औऱ गाली गलौज किया गया है. पारस ने कहा कि उनकी पार्टी के बिहार के प्रधान महासचिव केशव सिंह औऱ उपाध्यक्ष महताब आलम को 6 दफे फोन कर धमकी दी गयी. पारस के मुताबिक दोनों नेताओं को जो फोन आया उसमें पशुपति पारस को ही भद्दी-भद्दी गालियां दी जा रही थी. पशुपति पारस ने कहा कि फोन करने वाला कल्लू नाम का आदमी है जो चिराग पासवान की करीबी सहयोगी है. 


गौरतलब है कि इससे पहले पशुपति पारस समर्थक केशव सिंह ने पटना में चिराग पासवान, सौरभ पांडेय समेत उनके दूसरे समर्थकों पर केस दर्ज कराया था. केशव सिंह ने कहा था कि चिराग पासवान से उसे जान का खतरा है. उसे फोन पर धमकियां दी जा रही है. केशव के मुताबिक उनके बेटे ने चिराग के तीन समर्थकों को हमले की साजिश की बात करते सुना था.