DESK : सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक ने अपना नाम बादल लिया है. अब फेसबुक को 'मेटा' नाम से जाना जाएगा. 17 साल बाद नाम में बदलाव के इस फैसले के बारे में फेसबुक ने ट्वीट कर जानकारी दी. 2004 में शुरुआत करने वाली सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक ने बताया कि सोशल मीडिया का नया अध्याय मेटावर्स सोशल कनेक्शन की नई राह होगी. यह सामूहिक प्रोजेक्ट है जो पूरी दुनिया के लोगों द्वारा बनाया जाएगा. साथ ही सबके लिए खुला रहेगा.
फेसबुक ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से सिलसिलेवार ट्वीट कर इस बारे में कहा, 'जिन एप्स- इंस्टाग्राम, मैसेंजर और वाट्सएप- को हमने बनाया है, उनके नाम वहीं रहेंगे.' विभिन्न एप और तकनीकों को इस नए ब्रांड के तहत लाया जाएगा. हालांकि कंपनी अपना कारपोरेट ढांचा नहीं बदलेगी. कंपनी के आग्मेंटेड रियल्टी कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि नया नाम मेटावर्स के निर्माण पर अपना ध्यान केंद्रित करेगा.
दरअसल, अब कंपनी सिर्फ सोशल मीडिया तक सीमित नहीं रहना चाहती है. Facebook ने अपने आप को रिब्रांड नई टेक्नोलॉजी Metaverse के लिए किया है. इससे पहले फेसबुक ने घोषणा की थी ये ऑगमेंटेड और वर्चुअल रियलिटी के लिए अलग से फाइनेंशियल रिजल्ट पब्लिश करेगा. इससे ये अपने प्रोजेक्ट Metaverse में कई अरब रुपये इन्वेस्ट करेगा. इसके पीछे की वजह फेसबुक का एडवरटाइजिंग बिजनेस का कम होना बताया जा रहा है.
टेक्नोलॉजी और बिजनेस में Metaverse कॉन्सेप्ट काफी तेजी से पॉपुलर हो रहा है. Metaverse काफी बड़ा टर्म है. Metaverse वर्चुअल वर्ल्ड एनवायरमेंट है जिसे लोग इंटरनेट के जरिए एक्सेस कर सकते हैं.
अभी लोग एक-दूसरे से ऑनलाइन इंटरएक्टशन वेबसाइट जैसे सोशल मीडिया या मैसेजिंग प्लेटफॉर्म से करते हैं. Metaverse से एक नया ऑनलाइन स्पेस बनाया जाएगा. इस स्पेस में लोग रियल दुनिया की तरह एक-दूसरे से इंटरएक्ट कर पाएंगे. इससे आप वर्चुअल वर्ल्ड में जा सकते हैं. यहां पर आप अपने फ्रेंड्स या रिलेटिव से बातचीत करके उनके साथ घूमने जा सकते हैं. आप इसमें शॉपिंग कर सकते हैं. आप Metaverse में खुद का घर-गाड़ी खरीद कर उसे बिल्कुल रियल दुनिया की तरह यूज कर सकते है.
आपको बता दें जो नाम में बदलाव किया गया है वो पेरेंट कंपनी के लिए है. यानी फेसबुक का बतौर कंपनी नाम बदलकर मेटा किया गया है. कंपनी के बाकी प्लेटफॉर्म्स जैसे- फेसबुक, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप को इन्हीं नामों से जाना जाएगा. यानी नाम बदलने से यूजर्स पर सीधे तौर पर कोई असर नहीं होगा.