PATNA : बच्चों का आधार कार्ड बनाने के लिए अब आधार सेंटर का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. अब सरकारी अस्पतालों में जन्म के समय ही नवजात बच्चों का आधार कार्ड बन जाएगा. 24-25 मार्च को इसका ट्रायल किया जाएगा और इसके बाद सभी सरकारी अस्पतालों में यह प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.
यूआईडी जेनरेट करने वाले करीब 350 ब्लॉक कॉम्युनिटी मोबिलाइज़र को इस काम के लिए तैनात किया जाएगा. इस से सरकारी योजनाओं का लाभ बच्चों को आसानी से मिल पाएगा और फिर जन्म प्रमाणपत्र बनवाने में मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ेगा.
बता दें कि 15 मार्च से ही राज्य स्वास्थ्य समिति पूरे प्रदेश के सभी जिला (सदर) अस्पतालों, सब-डिवीजन अस्पतालों (एसडीएच) के साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आधार कार्ड बनाने की व्यवस्था करने वाली थी, लेकिन तकनीकी कारणों से अब इसे बढ़ा दिया गया है.
नए सिस्टम में सीआरएस पंजीयन यह एंट्री उसी दिन संबंधित अस्पताल के बीसीएम के टैब में भी फीड कर दी जाएगी. अगले दिन इसी पंजीयन नंबर के साथ टैब लेकर बीसीएम बच्चे के पास पहुंचेंगे और अस्पताल में भर्ती मां की यूआईडी से ऑथेंटिकेशन करा कर तत्काल बच्चे की तस्वीर भी ले लेंगे. प्राथमिकता मां की रहेगी, लेकिन पिता के आधार से भी यह संभव होगा. यानी, जन्म के 20 से 90 दिनों के भीतर बच्चे का आधार बनकर आ जाएगा. इस आधार कार्ड से बच्चों को सभी सरकारी सुविधाएं मिलेगी. वहीं बच्चे की उम्र पांच साल होने के बाद उसका बायोमीट्रिक और आईलैश अपडेट कराना होगा.