NALANDA : बिहार के लोगों को अब वाइल्ड लाइफ जू सफारी का मजा मिल सकेगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज राजगीर में वन्यप्राणी (जू) सफारी का लोकार्पण किया. यह देश का ऐसा पहला (जू) सफारी है जिसमें 5 तरह के वन्यप्राणी दिखेंगे. 176 करोड़ की लागत से 191.12 हेक्टेयर बने (जू) सफारी का पर्यटक शीशा बंद गाड़ी में बैठ कर आनंद उठा सकेंगे.
यहां शेर, बाघ और भालू सहित कई तरह के जंगली जीव अपने प्राकृतिक आवास में भ्रमण करते नजर आएंगे. विशेष किस्म के वाहनों पर सवार होकर पर्यटक यहां जंगली जानवरों को घूमते-फिरते काफी नजदीक से देख सकेंगे. यहां खतरनाक जंगली जानवरों को पिंजरे या उनके बाड़े से बाहर देखना आनंददायक होगा.
सीएम नीतीश ने 177 करोड़ रुपए की लागत से बने जू सफारी का उद्घाटन फीता काटकर किया। उद्घाटन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ शिक्षा मंत्री विजय चौधरी और पर्यावरण मंत्री नीरज कुमार बबलू भी मौजूद रहे. इस दौरान उन्होंने एक-एक चीज को गहन तरीके से देखा और अधिकारियों से हर मसले पर जानकारी ली. अपने पुराने निर्देशों के अमल के बारे में भी जाना.
इसके बाद सीएम विशेष बस से जू सफारी का मुआयना करने निकल गए. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से यहां रखे गए जंगली जानवरों के बारे में जानकारी ली साथ ही पर्यटकों की सुरक्षा के लिए किए गए उपायों के बारे में भी पूछा.
बताते चलें कि बीते 2017 की 17 जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजगीर के सोनागिरी पर्वत की तराई में वाइल्ड लाइफ जू सफारी का शिलान्यास किया था. 191 हेक्टेयर में फैले जू सफारी की निर्माण लागत 177 करोड़ आई है. नेचर सफारी के बाद यह राजगीर का दूसरा बड़ा आकर्षण होगा. यह प्रोजेक्ट 2020 में ही पूरा हो जाना था परंतु कोरोना संक्रमण व लाकडाउन के कारण देर हुई.
राजगीर जू सफ़ारी में मौजूद कई और आकर्षण भी पर्यटकों को आकर्षित करेंगे. जू सफ़ारी में पांच जोन बनाए गए हैं जिसमें शेर, बाघ, तेंदुआ, भालू, हिरण, चीता व सांभर के साथ-साथ पक्षियों के लिए एक एवियरी तथा तितलियों का एक पार्क भी शामिल है. हर जोन को 30 फीट ऊंचे ग्रिल से घेरा गया है. प्रत्येक जोन में डबल इंट्री गेट के साथ ही पांच रिटायरिंग रूम भी हैं जो पर्यटकों के लिए बनाये गये हैं. इसके अलावा भी पर्यटकों के लिए यहां कई सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं.
ज़ू सफारी में आने वाले पर्यटकों को जानवर आसानी से दिख सकें इसके लिए भी विशेष उपाय किए गए हैं. जानवरों को विचरण करते हुए दिखाने के लिए वैभवगिरी पर्वत पर माइक्रो टेलीस्कोप लगाने की तैयारी है. इसके अलावा, जैसे ही आप ज़ू सफारी में आएंगे प्रवेश द्वार पर ही टिकट काउंटर मिलेगा जहां से आप टिकट से ले सकेंगे.
वहीं, ओरिएंटेशन सेंटर, इंटरप्रेशन सेंटर, ऑडिटोरियम और एम्फीथियेटर भी बनाए गए हैं. साथ ही पर्यटकों के लिए प्रतीक्षालय और चाय-नाश्ते के लिए रेस्टोरेंट की सुविधा भी उपलब्ध है. इसके अलावा ज़ू सफारी में उच्चस्तरीय जानवरों का अस्पताल भी बनाया गया है. यहां अगर किसी जानवर की तबीयत खराब होती है तो तुरंत उसका इलाज किया जा सकेगा.