अब बिहार लौटने वाले प्रवासी मजदूरों का फूल देकर स्वागत करेंगे RJD कार्यकर्ता, क्वारेंटाइन सेंटरों पर रखेंगे पैनी नजर

अब बिहार लौटने वाले प्रवासी मजदूरों का फूल देकर स्वागत करेंगे RJD कार्यकर्ता, क्वारेंटाइन सेंटरों पर रखेंगे पैनी नजर

PATNA : आरजेडी ने बिहार लौट रहे प्रवासी मजदूरों को विशेष ख्याल रखने का निर्णय लिया है। आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि बिहार लौटने वाले तमाम मजदूर भाईयों का फूल देकर स्वागत करें और बिहार सरकार के द्वारा चलाए जा रहे तमाम क्वारेंटीन सेंटरों पर उनकी सुविधाओं का ख्याल रखें। नजर बनाए रखे कि कहीं उन्हें खाने-पीने की परेशानी तो नहीं है। 


आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि आरजेडी के तमाम नेता और कार्यकर्ता  सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अपने नजदीक के उस स्टेशन पर उनके स्वागत के लिए  मुस्तैद रहें जहां बिहार लौटने वाली ट्रेन आ रही हो। यदि संभव हो सके तो आने वाले अपने भाईयों का स्वागत फूलों से करें । उन्होनें कहा कि  जिला और प्रखंड में भी जिन केन्द्रों पर दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की जांच और कोरांटाइन की व्यवस्था सरकार के स्तर पर  करायी गयी है। वहां भी राजद के साथियों को मुस्तैद रहने की जरूरत है ।उन्होनें कहा कि व्यवस्था मे लगे हुए सरकारी कर्मियों अथवा स्थानीय जन प्रतिनिधियों को हर तरह से सहयोग देना है जिससे वहां ठहराये गये लोगों को किसी प्रकार का असुविधा नहीं हो। 


उन्होनें पार्टी नेताओं से कहा कि इस बात का विशेष ध्यान रखना है कि जहां प्रवासी मजदूर भाईयों को ठहराया गया है वहां आवासन और भोजन की व्यवस्था निर्धारित मापदंड के अनुसार है कि नहीं। कोरांटाइन सेन्टर पर साफ-सफाई पर विशेष नजर रखने की जरूरत है। बिछावन  निर्धारित दूरी के अनुसार साफ होना चाहिए । वहां ठहराये गये लोगों की संख्या के अनुपात में शौचालय और स्नानागार होना चाहिए । पीने के लिए शुद्ध पानी की व्यवस्था होनी चाहिए । 


जगदानंद सिंह ने कहा कि देश में एकाएक लॉकडाउन लागू हो जाने के कारण रोजी-रोटी की तलाश में घर से दूर दूसरे प्रदेशों मे प्रवास करने वाले अपने  बिहारी भाईयों के सामने अचानक समस्याओं का पहाड़ खड़ा हो गया । जहां वे काम करते थे वे फैक्ट्रियां और संस्थानें बंद हो गई। आय का जरिया बंद हो गया और उन्हें भोजन और आवासन की समस्या से जूझने को मजबूर होना पड़ा । सरकारी स्तर पर इनके लिए व्यवस्था के नाम पर मात्र खानापूरी हो रही है ।