अब अपने भी छोड़ने लगे चिराग का साथ: राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक से गायब रहे कोर टीम के दो अहम मेंबर

 अब अपने भी छोड़ने लगे चिराग का साथ: राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक से गायब रहे कोर टीम के दो अहम मेंबर

DELHI : लोक जनशक्ति पार्टी पर अधिकार के लिए छिडी जंग में क्या चिराग पासवान कमजोर पड़ते जा रहे हैं? दिल्ली में आज चिराग खेमे की लोक जनशक्ति पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक हुई तो उसमें चिराग पासवान की कोर टीम के दो प्रमुख मेंबर ही नजर नहीं आये. चिराग पासवान ने बिहार के चार नेताओं की कोर टीम बना रखी है, उसमें से दो के गायब होने से कई तरह की चर्चायें हो रही है.


क्या हुलास पांडेय ने छोड़ दिया साथ
लोक जनशक्ति पार्टी में बखेड़ा ख़ड़ा होने के बाद से ही चिराग पासवान के बेहद करीबी और उनकी कोर टीम के सदस्य हुलास पांडेय कहीं नजर नहीं आ रहे हैं. पूर्व एमएलसी हुलास पांडेय चिराग कैंप की किसी बैठक में नजर नहीं आये हैं. हालांकि वे पशुपति पारस खेमे की बैठकों में भी नहीं दिखे हैं लेकिन चर्चा यही है कि वे सूरजभान से लगातार संपर्क में हैं. वैसे भी हुलास पांडेय के भाई पूर्व विधायक सुनील पांडेय पशुपति कुमार पारस खेमे में जा चुके हैं.



चिराग के संगठन प्रभारी भी बैठक से गायब
चिराग की कोर टीम के एक औऱ सदस्य हैं संजय सिंह. चिराग पासवान ने उन्हें बिहार में लोजपा का संगठन प्रभारी बना रखा है. लेकिन आज दिल्ली में हुई राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक से संजय सिंह गायब रहे. संजय सिंह को लेकर भी कई तरह की चर्चायें हो रही है.


सवाल ये उठ रहा है कि क्या चिराग पासवान अब कमजोर पड़ते जा रहे हैं. बिहार में उन्होंने चार नेताओं की कोर टीम बना रखी है उसके दो मेंबर हुलास पांडेय और संजय सिंह भी हैं. अगर चार मेंबरों की कोर टीम में से दो गायब हो जायें तो ये वाकई चिराग पासवान के लिए बडा झटका माना जायेगा. फर्स्ट बिहार ने चिराग कैंप के इन दोनों नेताओं से बात की. हुलास पांडेय ने कहा कि वे राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य ही नहीं हैं इसलिए बैठक में नहीं गये. उन्होंने खुलकर ये बताने से परहेज किया कि वे किस खेमे के साथ हैं. वैसे ये भी सच है कि पार्टी में घमासान छिड़ने के बाद हुलास पांडेय चिराग पासवान से मिलने तक नहीं गये.


उधऱ बिहार लोजपा के संगठन प्रभारी संजय सिंह ने कहा कि वे दो दिन पहले ही दिल्ली से आय़े हैं इसलिए चिराग की बैठक में भाग लेने आज दिल्ली नहीं गये. हालांकि दिल्ली में चिराग खेमे की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में कुछ लोग वर्चुअल तरीके से भी जुड़े थे. संजय सिंह वर्चुअल तरीके से भी बैठक से नहीं जुड़े थे.