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1st Bihar Published by: RAKESH KUMAR Updated Fri, 19 May 2023 02:21:00 PM IST
AARAH: डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के मिशन 60 के बाद राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को विश्वस्तरीय बनाने के लिए तमाम दावे किए जा रहे हैं. लगातार यह दावा किया जाता है कि कोरोना लहर के बाद इसमें तेजी भी आई है. लेकिन, आरा जिले से सामने आई तस्वीरों ने सरकार के इन दावों की पोल खोल दी है. बता दें आरा का सदर अस्पताल एक बार फिर लापरवाही के कारण चर्चा में है, और बार चर्चा ये है की 24 घंटे पहले सड़क हादसे में आए एक युवक की मौत इलाज के दौरान हो जाती है, और अस्पताल प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं है.
बात करें आरा सदर अस्पताल के आपातकालीन विभाग की तो आपातकालीन विभाग के येलो रूम में युवक का शव बीते 24 घंटे से से ज्यादा देर तक बेड पर पड़ा है. जिस रूम में युवक का शव पड़ा उसी येलो रूम में कई और मरीज भी भर्ती किए गए है. दूसरी तरफ उम्म्स भरी गर्मी के कारण शव ने दुर्गंध भी आना शुरू हो गया है. दुर्गंध के कारण आस पास के बेड पर भर्ती मरीजों और उसके परिजनों को काफी समस्या हो रही है.
अगर बात की जाए आपातकालीन विभाग में ऑन ड्यूटी डॉक्टर सूर्यकांत निराला से तो उन्होंने बताया की मुझे इसकी कोई सूचना नहीं है. उसके बाद आरा सदर अस्पताल प्रबंधक कौशल कुमार दुबे को इसकी सूचना दी गई, तो अस्पताल प्रशासन हरकत में आ गया. आनन-फानन में आ गए और कार्रवाई शुरू कर दिया है. वही अगर परिजनों की माने तो परिजन सदर अस्पताल प्रशासन पर लापहरवाही का आरोप लगा रहे है. बैरहाल देखना ये होगा की इस बड़ी लापरवाही के बाद सिविल सर्जन क्या कुछ कार्यवाई करते है.