PATNA : देखिए हमने क्या कहा है इसको गलत तरीके से कहा जा रहा है। हम तो यही बता पा रहे हैं कि महिलाएं कितना कम पढ़ी हैं। हमारी बात से किसी को दुख हुआ है तो हम माफ़ी मांगते हैं। महिलाओं को शिक्षित करने का काम हमने किया हम हमेशा महिला का इज्जत करते रहे हैं। यदि हमारी बातों से उन्हें कोई नाराजगी है हमारी बातों की निंदा हुई है तो हम सभी लोगों से माफी मांगते हैं हमारा ऐसा कोई मतलब नहीं था।
सीएम ने कहा कि- महिलाओं को पढ़ाने का सिलसिला सबसे पहले हमने ही शुरू किया बिहार में। कई जगहों पर शिक्षा नहीं थी उन सभी लोगों को शिक्षित करने की कोशिश हमने किया है। आज मालूम चला कि पुरुष और स्त्री दोनों साथी हो गई और मेट्रिक पास है तो प्रजनन दर देश के बारे में आया कि 2 है और बिहार में भी उसका जानकारी लिया गया तो आया कि यदि लड़का के साथ लड़की मैट्रिक पास है तो प्रजनन दर दो है।
इसके बाद देशभर में रिपोर्ट आया की लड़की मैट्रिक से आगे पढ़ी हुई है तो देश का प्रजनन दर 1.7 था। इसके बाद बिहार का हमने करवाया तो बिहार का आया 1.16। तो कितनी खुशी हुई हमारे मन में। तो हमको भाव आया कि बाद तेजी से यदि महिलाओं को बता दिया जाएगा तो कितना काम हो जाएगा। इसलिए हमलोग महिला को पढ़ाने का काम शुरू किया।
हमने कल भी बताया कि सदन में हमने महिलाओं के लिए कितना काम किया है महिलाओं को पढ़ने के लिए कितना रुपया खर्च किया है। इसके बावजूद यदि मेरे मन से कोई अलग बात आ गई तो मैं माफी मांगता हूं उसके लिए। मैं अपनी सब बातों को वापस लेता हूं यदि इससे किसी को बुरा लगा है तो मैं माफी भी मांगता हूं। हमने मजाक मजाक में यूं ही कोई बात कही उसको लेकर इतनी बड़ी निंदा हो रही है तो मैं माफी मांगता हूं।