ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Election 2025: गोपालगंज में दलितों की पिटाई पर भड़के जीतन राम मांझी, बोले- RJD दलित समाज की दुश्मन, यह उनका नेचर Bihar Election 2025: गोपालगंज में दलितों की पिटाई पर भड़के जीतन राम मांझी, बोले- RJD दलित समाज की दुश्मन, यह उनका नेचर Patna robbery : पटना में दिनदहाड़े 10 लाख की लूट: अपराधियों ने DCM ड्राइवर को मारी गोली, मचा हड़कंप Indian Railways : भारतीय रेलवे की नई पहल,ट्रेन में यात्रियों को मिलेगा स्वादिष्ट खान; ऐप से ई-कैटरिंग सेवा शुरू Bihar Election 2025: दूसरे चरण की वोटिंग से पहले बिहार पुलिस का एक्शन, झारखंड की सीमा से हार्डकोर नक्सली अरेस्ट Jharkhad DGP Tadasha Mishra: झारखंड की पहली महिला DGP बनीं तदाशा मिश्रा, पदभार ग्रहण करने के बाद क्या बोलीं? Jharkhad DGP Tadasha Mishra: झारखंड की पहली महिला DGP बनीं तदाशा मिश्रा, पदभार ग्रहण करने के बाद क्या बोलीं? Bihar Election 2025: यूपी के रेलवे स्टेशन से करीब एक करोड़ कैश के साथ पकड़ा गया मोकामा का शख्स, बिहार चुनाव से तार जुड़ने की आशंका Bihar Election 2025: यूपी के रेलवे स्टेशन से करीब एक करोड़ कैश के साथ पकड़ा गया मोकामा का शख्स, बिहार चुनाव से तार जुड़ने की आशंका Bihar Election 2025 : ऐतिहासिक मतदान के बाद चुनावी समर में बढ़ा सियासी तापमान, PM मोदी ने कहा - अब नहीं चाहिए कट्टा सरकार

आम बजट पर बोले शिवानंद तिवारी..मोदी सरकार का बजट लोगों की चिंता बढ़ाने वाला है

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 02 Feb 2023 06:10:14 PM IST

आम बजट पर बोले शिवानंद तिवारी..मोदी सरकार का बजट लोगों की चिंता बढ़ाने वाला है

- फ़ोटो

PATNA: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण न एक घंटे 27 मिनट लंबे बजट भाषण में 45.03 लाख करोड़ का बजट पेश किया। राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने मोदी सरकार के इस आम बजट को आम लोगों के हितकर नहीं बताया। कहा कि यह बजट चिंता बढ़ाने वाला बजट है। 


उन्होंने बताया कि जिन मोदी जी ने मुख्यमंत्री की हथजोड़ी के बाद भी पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा नहीं दिया वे बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दे देंगे इसकी उम्मीद रखना खुद को भूल में डालने के समान है। बिहार-झारखंड जैसे निचले पायदान पर खड़े राज्यों को उपर उठाने की कोई योजना इस बजट में नहीं है।


ऐसा नहीं है कि मोदी सरकार देश की हालत नहीं जानते हैं। देश के 81 प्रतिशत से ज़्यादा लोगों को केंद्र सरकार प्रति माह पांच किलो मुफ़्त राशन दे रही है। अभी प्रधानमंत्री जी ने इसी योजना को लेकर दावा किया था कि मैंने किसी के चुल्हे को बुझने नहीं दिया।


राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि देश की खेती घाटे में है. किसानों की हालत बुरी है. इसको मोदी सरकार क़ुबूल करती है. इसलिए सरकार 2018 के दिसंबर महीने से किसान सम्मान योजना चला रही है. इस योजना के तहत तीन किस्तों में प्रत्येक किसान को छः हज़ार रूपये सालाना दिए जा रहे हैं. देश बेरोज़गारी के अत्यंत गंभीर संकट से जूझ रहा है. लेकिन देश की इस चुनौती का मुक़ाबला करने का कोई गंभीर प्रयास इस बजट में दिखाई नहीं दे रहा है. आश्चर्यजनक है कि जिस मनरेगा योजना ने संकट काल में करोड़ों श्रमिकों को सहारा दिया उस योजना में 2022-23 के 78000 हज़ार करोड़ रूपये के मुक़ाबले राशि घटा कर 60000 हज़ार करोड़ रूपये कर दिया गया. 


शिवानंद ने कहा कि बाज़ार में खाद के मूल्य में अच्छी ख़ासी वृद्धि हुई है. अनाज महँगा हुआ है. लेकिन सरकार ने खाद में मिलने वाली रियायत (सब्सिडी) को बढ़ाने के बदले घटा दिया है. जहाँ 2022-23 में जो रियायत 2.25 लाख करोड़ रूपये थी उसको घटा कर 1.75 लाख करोड़ रूपया कर दिया गया है. खाद्यान्नों में मिलने वाली रियायत (फ़ूड सब्सिडी) भी 2022-23 के 2.87 लाख रूपये के मुक़ाबले 1.97 लाख रुपये कर दिया गया है. इन सबका नतीजा होगा कि किसानों की खेती महँगी होगी. अन्न और महँगा होगा।


राजद नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने कुछ दिन पहले अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से मुसलमानों को भाजपा से जोड़ने का प्रयास करने की सलाह दी थी. इसलिए उम्मीद थी कि अल्पसंख्यकों के उत्थान की चल रही योजनाओं में वृद्धि होगी. लेकिन बजट में मामला उलटा ही नज़र आ रहा है. अल्पसंख्यक मंत्रालय के बजट में 2022-23 के मुक़ाबले 2023-24 में 38 फ़ीसद की कटौती कर दी गई है. मेरिट छात्रवृत्ति, हुनर योजना, तकनीकी पढ़ाई में पिछले बजट में आवंटन 365 करोड़ रूपये से घटा कर 44 करोड़ रूपया कर दिया गया है.बजट में बेरोज़गारी दूर करने की कोशिश नहीं दिखाई दे रही है. रेलवे या सड़क के क्षेत्र में आवंटन बढ़ाने से रोज़गार का सृजन नहीं होता है. बल्कि यह कॉरपोरेट सेक्टर के उत्पादन को ही मदद पहुंचाता है। शिवानंद ने साफ तौर पर कहा कि कुल मिलाकर यह बजट भविष्य की चिंता घटाने वाला नहीं बल्कि बढ़ाने वाला बजट है।