PATNA: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट पेश किया। वित्त मंत्री के तौर पर निर्मला सीतारण ने आज अपना 5वां बजट पेश किया। बजट के पेश होने के बाद विपक्षी दल इसे चुनावी और साधारण बजट बता रहे हैं। खुद जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सांसद पप्पू यादव ने इसे मोदी सरकार की विदाई वाला बजट बताया। कहा कि यह भारत सरकार का आखिरी बजट है। इस बजट में बिहार के लिए कुछ भी नहीं है। बिहार के साथ लगातार धोखा होता आया है और हर बार की तरह इस बार भी बिहार को धोखा ही मिला है।
जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि इस बजट में कॉरपोरेट जगत को खुश रखा गया है। कॉरपोरेट जगत के लोगों के लिए जितना करना चाहिए था उससे भी ज्यादा इनका ख्याल रखा गया है। किस-किस कॉरपोरेट जगत को खुश करने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसा किया है। यह मोदी जी ही बताये।
इस दौरान पप्पू यादव ने बजट का सही अर्थ बताया। कहा कि ब का मतलब 'ना बाजार' ज का मतलब 'ना जनता' और ट का मतलब 'ना टका रुपया' बताया। उन्होंने कहा कि इस बजट में ना तो महंगाई के लिए कुछ किया गया है और ना ही बेरोजगारी के लिए ही सोचा गया है। महिला और युवाओं के लिए भी कुछ नहीं है। बिहार के साथ लगातार धोखा होता आया है और आज भी धोखा ही नसीब हुआ है।
पप्पू यादव ने कहा कि करीब ढाई लाख करोड़ GST और VAT टैक्स बिहार ने वसूल कर केंद्र सरकार को दिया लेकिन एक तिहाई पैसा भी बिहार को केंद्र ने नहीं दिया। केंद्र की मोदी सरकार ने बिहार सरकार के साथ सौतेलापन का व्यवहार किया है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जो बजट आज पेश किया उसमें बिहार गायब है। बिना बिहार के भारत की तरक्की नहीं की जा सकती है। लोगों ने उम्मीद लगा रखी थी कि 2023-24 का बजट आमलोगों की उम्मीदों पर खड़ा उतरेंगा लेकिन सोचा कुछ हुआ कुछ। हर साल की भांति इस साल भी बिहार के साथ धोखा के सिवाय कुछ नहीं मिला। ना महंगाई की चिंता की गयी और ना ही बेरोजगारी का ख्याल रखा गया।