बंगाल से बस कुछ दूर है सुपर साइक्लोन अम्फान, आज दोपहर तट से टकरायेगा, दो राज्यों में आंधी के साथ बारिश शुरू, भारी तबाही की आशंका

बंगाल से बस कुछ दूर है सुपर साइक्लोन अम्फान, आज दोपहर तट से टकरायेगा, दो राज्यों में आंधी के साथ बारिश शुरू, भारी तबाही की आशंका

DESK : सुपर साइक्लोन अम्फान पश्चिम बंगाल के तटीय इलाके के करीब पहुंच गया है. कल देर रात इस तबाही ने बंगाल की खाड़ी के दक्षिण और मध्य हिस्से को पार कर लिया. आज दोपहर यह सुपर साइक्लोन बंगाल और बांग्लादेश के बीच समुद्र तट से टकरायेगा. लगभग 165 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ये तूफान समुद्र तट से टकरायेगा जिसके बाद 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवायें चल सकती हैं. कल देर शाम से ही बंगाल और उडीसा के कई हिस्सों में तेज आंधी के साथ बारिश शुरू हो गयी है. सुपर साइक्लोन से तबाही को रोकने के लिए कल पूरी रात केंद्र और राज्य सरकार लगी रही. मौसम विभाग ने कहा है कि अम्फान का असर पश्चिम बंगाल और ओडिशा के साथ साथ सिक्किम और मेघालय पर भी पड़ सकता है. 

इससे पहले मंगलवार की देर शाम से ही बंगाल की खाड़ी में बने 2020 के पहले सुपर साइक्लोन अम्फान का प्रभाव पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय जिलों के साथ-साथ भुवनेश्वर में दिखने लगा. बंगाल और ओडिशा के कई इलाकों में कल शाम से ही तेज आंधी के साथ साथ बारिश हो रही है. दोनों राज्य हाई अलर्ट पर हैं. बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में कल रात से ही बारिश के बीच 60 से 70 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही है. समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठने लगी हैं।


मौसम विज्ञान केंद्र के महानिदेशक डीजी मृत्युंजय महापात्र के अनुसार आज दोपहर से शाम के बीच यह सपुर साइक्लोन बंगाल के दीघा-हातिया तट पर सुंदरवन के पास जमीन से टकराएगा. तब हवा की गति 155 से 165 किमी. प्रति घंटा होगी. सुपर साइक्लोन के तट से टकराने के बाद 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चल सकती है.

बंगाल में रात भर जगी रही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी

बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कल शाम ही ये बताया कि वह रातभर जाग कर कंट्रोल रूम से तूफान पर नजर रखेंगी. बंगाल सरकार ने अब तक 3 लाख लोगों को तटीय इलाके से निकाल कर शरणार्थी शिविरों में पहुंचाया गया है. बंगाल की मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से अगले दो दिनों तक श्रमिक स्पेशल ट्रेनें रोकने की मांग की है। मौसम विभाग ने कहा है कि सुपर साइक्लोन के कारण पश्चिम बंगाल के तीन तटीय जिले पूर्वी मिदनापोर, 24 दक्षिण और उत्तरी परगना में भारी तबाही की आशंका है. वहीं इसका असर हावड़ा, हुगली, पश्चिमी मिदनापुर और कोलकाता पर भी पडेगा.

ओडिशा में 11 लाख लोगों को शिफ्ट किया गया

उधर, ओडिशा में भी तटीय इलाकों से 11 लाख लोगों को शिफ्ट किया गया है. तटीय इलाके खाली करने के लिए कल से ही टॉवर सायरन भी बजाए जा रहे हैं. मौसम विभाग ने कहा है कि सुपर साइक्लोन से ओडिशा में बहुत ज्यादा खतरा नहीं है क्योंकि तूफान ओडिशा तट पर लैंडफाल नहीं करेगा. लेकिन ये ओडिशा तट से गुजरेगा लिहाजा ओडिशा में समुद्र तट से लगे इलाकों में इसका प्रभाव दिखने लगा है. ओडिशा के जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालेश्वर जिले में बारिश हो रही है. बारिश के और तेज होने की आशंका है. मौसम विभाग के मुताबिक भद्रक और बालेश्वर जिले में 110 से 120 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी. स्थल भाग से जब ये तूफान टकराएगा तब हवा की गति 125 किमी. प्रति घंटा हो जाएगी. 

अमित शाह ने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की

कल शाम ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तूफान को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से बात की. उन्होंने दोनों राज्यों को केंद्र की ओर से पूरी मदद देने का भरोसा दिलाया. 


भारी तबाही मचायेगा अम्फान

अति भयंकर रूप धारण कर चुका सुपर साइक्लोन अम्फान भारी तबाही मचा सकता है. आज इसके समुद्र तट से टकराने के बाद समुद्र में तकरीबन 20 फीट ऊंची लहरें उठ सकती हैं. वहीं, जमीन पर 185 किलोमीटर की रफ्तार से आंधी आने की आशंका है. इससे कच्चे घर, बिजली के खंभों, पावर लाइन और रेलवे सुविधाओं को नुकसान होने की आशंका है. 

एनडीआरएफ तैयार

एनडीआरएफ के डीजी सत्यनारायण प्रधान ने कहा है कि राहत और बचाव के लिए एनडीआरएफ पूरी तरह तैयार है. उन्होंने कहा कि ओडिशा में एनडीआरएफ की 15 टीम एवं बंगाल में 19 टीम तैनात की गई है, जबकि सात टीमों को रिजर्व रखा गया है.