PATNA : कोरोना महामारी की बंदिशों के बीच आज देश भर में बकरीद मनाई जा रही है। बकरीद यानी ईद उल-अजहा के मौके पर लोगों ने नमाज अदा की है। हालांकि मस्जिदों-ईदगाह में सामूहिक तौर पर नमाज की इजाजत नहीं दी गई थी लेकिन घरों में ही लोगों ने बकरीद की नमाज अदा की है। बिहार में बकरीद की जबरदस्त धूम देखने को मिल रही है। मंगलवार की शाम बाजार में काफी देर तक रौनक रही।
बकरीद पर बिहार में सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किए गए हैं। 19 जिलों में अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई है। मंगलवार को अतिरिक्त बलों को प्रतिनियुक्ति वाले जिलों में भेज दिया गया था। बिहार पुलिस के अलावा रैपिड एक्शन फोर्स और सीआरपीएफ की एक-एक कंपनी भी बिहार को मिली है। पुलिस मुख्यालय के आदेश के बाद बलों की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है। वहीं आपात स्थिति से निपटने के लिए सशस्त्र की कुछ कंपनियों को तैयारी हालात में रहने के निर्देश दिए गए हैं। बकरीद के अवसर पर पटना के 80 जगहों पर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। इसके अलावा सभी थानाध्यक्ष अपने अपने इलाके में गश्ती करेंगे ताकि शांति व्यवस्था रहे। सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने फुलवारीशरीफ और पटना सिटी इलाके को अति संवेदनशील माना है। जिला नियंत्रण कक्ष की ओर से इन दो इलाकों में विशेष बल की तैनाती की गई है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ईद-उल-अजहा के अवसर पर प्रदेश और देशवासियों को बधाई एवं शुभकामनायें दीं है। उन्होंने कहा कि ईद-उल-अजहा का त्योहार असीम आस्था का त्योहार है। खुदा के हुक्म पर बड़ी से बड़ी कुर्बानी के लिये तैयार रहना इस त्योहार का आदर्श है। मुख्यमंत्री ने इस त्योहार को आपसी भाईचारा एवं सद्भाव के साथ मनाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि त्योहारों को आपसी भाईचारे के साथ मनाने से आनंद और बढ़ जाता है। वर्तमान में कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुये प्रत्येक व्यक्ति का सचेत रहना नितान्त आवश्यक है। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव का सबसे अच्छा उपाय सोशल डिस्टेंसिंग है। आप सब लोग घर के अंदर ही इबादत करें, आपके सहयोग से ही इस महामारी से निपटने में सफलता मिलेगी।
राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने आज ईसार, कुर्बानी के महान त्योहार ईद अज़हा की पूर्व संध्या पर देश एवम राज्यवासियों ,विशेष कर मुस्लिम भाई बहनों को हार्दिक बधाई और शुभकामनायें दी और कहा कि ये त्योहार हज़रत इब्राहीम अलैहिस सलामके द्वारा खुदा के हुज़ूर मे दी गई कुर्बानी को याद दिलाता है ,खुदा की ख़ुशनूदी के लिये बड़ी से बड़ी कुर्बानी दिए जाने की सिक्छा देता है।उन्होंने कहा कि इस महान त्योहार को मिल जुल कर आपसी भाईचारा के साथ मनाएं।त्योहार मनाने मे कोबिद फोटोकॉल का पालन करते हुए सोशल डिस्टेंस के साथ त्योहार मनाएं और अल्लाह पाक से दुआ करें कि खुदा तमाम आलम ए इंसानियत को इस महामारी से बचाये और इस मर्ज के साथ साथ तमाम मूसीबत, आफत और बीमारियों से हम सब को दूर रखें।