आधी रात को पप्पू यादव से मिलने पहुंचीं रंजीत रंजन, DMCH की बदइंतजामी देखकर सरकार पर फिर बरसीं

आधी रात को पप्पू यादव से मिलने पहुंचीं रंजीत रंजन, DMCH की बदइंतजामी देखकर सरकार पर फिर बरसीं

DARBHANGA : जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को इलाज के लिए दरभंगा के डीएमसीएच में भर्ती कराया गया है. इस बात की जानकारी जैसे ही उनकी पत्नी पूर्व सांसद रंजीत रंजन को मिली वैसे ही वह आधी रात में अपने पति से मिलने डीएमसीएच पहुंच गईं. 


आपको बता दें कि रंजीत रंजन गुरुवार की दोपहर पटना पहुंची थी और वहां उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी किया था. पप्पू यादव के डीएमसीएच में भर्ती होने की जानकारी जैसे ही रंजीत रंजन को मिली वह आनन-फानन में वहां पहुंच गई. पप्पू यादव से मुलाकात करने के बाद उन्होंने फिर से सरकार पर उनके पति की सेहत के साथ खेलवाड़ करने के आरोप लगाएं. 


रंजीत रंजन ने सरकार पर आरोप लगाया कि जिस तरह के इंतजाम में उनके पति को रखा गया है, ऐसे में यह नहीं कहा जा सकता कि वह कब संक्रमित हो जाएंगे. सरकार भी इसकी जिम्मेदारी नहीं लेगी और अगर पप्पू यादव की सेहत पर कोई बुरा असर पड़ता है तो इसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से सरकार की होगी. पप्पू से मुलाकात के बाद रंजीत रंजन मधेपुरा के लिए रवाना हो गईं. अभी वो बिहार में ही रहेंगी. 


आपको बता दें कि पप्पू यादव की स्वास्थ्य संबंधी समस्या को देखते उन्हें दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (डीएमसीएच) में भर्ती कराया गया है. सुपौल डीएम ने आगे जानकारी दी कि पप्पू यादव के स्वास्थ्य की जांच के लिए मेडीकल टीम गठित की गयी थी. टीम की रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्हें इलाज के लिए उच्च उपचार केंद्र में भेजने की आवश्यकता है, जिसके आधार पर पप्पू यादव को वीरपुर उपकारा से डीएमसीएच भेजा गया. 


गौरतलब हो कि 32 साल पुराने अपहरण मामले में सुपौल जिले के वीरपुर जेल में बंद जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और पूर्व सांसद पप्पू यादव को इलाज के लिए मधेपुरा कोर्ट ने बाहर ले जाने की अनुमति दी थी. आपको बता दें कि पप्पू यादव को पटना पुलिस ने मंगलवार को पटना स्थित उनके आवास् से लॉक डाउन के उल्लंघन को लेकर हिरासत में लिया था. बाद में मधेपुरा से गई पुलिस ने उन्हें जिले के कुमारखंड थाना में दर्ज कांड संख्या 9/89 में फरार रहने के कारण गिरफ्तार कर लिया. मंगलवार देर रात ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से उनकी मधेपुरा कोर्ट में पेशी की गई, जहां से कोर्ट ने उन्हें 14 दिन के न्यायिक हिरासत में वीरपुर में बने क्वारंटाइन जेल में भेज दिया था.