DESK : 34 साल पुराना लखनऊ का चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की कमान आज से निजी हाथों में चली गई. अगले 50 सालों के लिए अडानी ग्रुप के अधिकारी एयरपोर्ट की संचालन की जिम्मेदारी संभालेंगे. एयरपोर्ट के प्रबंधन से लेकर वित्तीय मामलों तक, अडानी समूह के अधिकारी ही फैसले लेंगे.
सरकार के साथ किए गए करार के अनुसार 3 साल तक अडानी ग्रुप एयरपोर्ट प्रशासन के साथ काम करेगा . सुरक्षा व्यवस्था की कमान पहले की ही तरह केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवान संभालते रहेंगे.लखनऊ एयरपोर्ट के लिए 6 कंपनियों ने बोली लगाई थी, लेकिन अंत में अडानी ग्रुप के साथ यह डिल फाइनल हुई और अगले 50 सालों के लिए अडानी ग्रुप के हाथों में लखनऊ एयरपोर्ट की जिम्मेदारी चली गई.
अंतरराष्ट्रीय चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट का नाम वही रहेगा लेकिन एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की जगह अडानी ग्रुप का नाम लेकर जाएगा. इसके साथ ही एयरपोर्ट का रंग-रोगन भी अडानी ग्रुप अपने अनुसार कराएगा. एयरपोर्ट पर एक नए टर्मिनल टी-3 के निर्माण के साथ ही रनवे का भी विस्तार किया जाना है.