Bihar News: विजयादशमी के बीच बिहार में बड़ा हादसा, कोसी नदी में पलटी नाव; पांच किसान डूबे Bihar News: विजयादशमी के बीच बिहार में बड़ा हादसा, कोसी नदी में पलटी नाव; पांच किसान डूबे रावण को कहीं दामाद, तो कहीं प्रथम देवता के रूप में होती है पूजा..दशहरा पर ये है परंपरा Bihar Crime News: बिहार में नशेड़ी ने पूजा पंडाल में मचाया जमकर उत्पात, रोकने पर युवक को मारी गोली Bihar Politics: गिरिराज सिंह ने लालू प्रसाद को बताया असली रावण, बिहार की बदहाली के लिए खूब कोसा Dussehra 2025: ‘ऐसा जवाब देंगे कि भूगोल बदल जाएगा’ विजयादशमी पर शस्त्र पूजन के दौरान राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को चेताया Dussehra 2025: ‘ऐसा जवाब देंगे कि भूगोल बदल जाएगा’ विजयादशमी पर शस्त्र पूजन के दौरान राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को चेताया Bihar News: बिहार के इस जिले में बाघ का आतंक, बुजुर्ग को घसीटकर ले गया; तीन घंटे बाद मिला शव Bihar News: बिहार के इस जिले में बाघ का आतंक, बुजुर्ग को घसीटकर ले गया; तीन घंटे बाद मिला शव Bihar News: विसर्जन के दौरान बिहार में हादसा, वज्रपात की चपेट में आने से दो लोगों की मौत; कई लोग झुलसे
1st Bihar Published by: Tahsin Ali Updated Fri, 09 Jul 2021 04:47:43 PM IST
- फ़ोटो
PURNEA: इस वक्त की बड़ी खबर पूर्णिया से आ रही है जहां निगरानी की टीम ने श्रम अधीक्षक को रंगे हाथों घूस लेते गिरफ्तार किया है। इस दौरान उनके सहयोगी को भी गिरफ्तार किया गया है। पीड़ित ने 55 हजार रुपये रिश्वत लेने का आरोप लगाया था। जिसके बाद जाल बिछाकर निगरानी की टीम ने दोनों को रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया।
बताया जा रहा है कि विजय कुमार नामक व्यवसायी ने निगरानी विभाग को यह शिकायत की थी कि पूर्णिया श्रम अधीक्षक कुमार आलोक रंजन द्वारा उनसे पुराने भुगतान को लेकर बतौर 55 हजार रुपये रिश्वत की मांग कर रहे हैं। इस बात की शिकायत मिलने के बाद निगरानी विभाग ने उन पर नजर रखनी शुरू कर दी। निगरानी विभाग ने जाल बिछाकर श्रम अधीक्षक के साथ-साथ उनके सहयोगी मनोज कुमार को 55 हजार रुपये घूस लेते रंगेहाथों धड़ दबोचा। सहयोगी मनोज कुमार पैसे का लेनदेन करता था।
निगरानी विभाग के डीएसपी अरूण पासवान ने बताया कि व्यवसायी विजय कुमार द्वारा एक आवेदन दिया गया था। जिसमें पीड़ित ने इस बात का जिक्र किया कि जब वे अपने बकाया राशि एक लाख 99 हजार 500 रुपये को जमा करने के लिए जब श्रम विभाग के कार्यालय गए तो श्रम अधीक्षक ने कहा कि वह जाकर विभाग के कर्मी मनोज कुमार से मिले।
पीड़ित व्यवसायी जब मनोज कुमार से मिलने गये तब बतौर 55 हजार रुपये घूस की मांग की गयी। लेकिन घूस की यह रकम श्रम अधीक्षक को महंगी पड़ गई। विजिलेंस ने जाल बिछाकर पूर्णिया के श्रम अधीक्षक आलोक रंजन और उनके सहकर्मी मनोज कुमार को घूस लेते रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया।