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1st Bihar Published by: Tahsin Ali Updated Fri, 09 Jul 2021 04:47:43 PM IST
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PURNEA: इस वक्त की बड़ी खबर पूर्णिया से आ रही है जहां निगरानी की टीम ने श्रम अधीक्षक को रंगे हाथों घूस लेते गिरफ्तार किया है। इस दौरान उनके सहयोगी को भी गिरफ्तार किया गया है। पीड़ित ने 55 हजार रुपये रिश्वत लेने का आरोप लगाया था। जिसके बाद जाल बिछाकर निगरानी की टीम ने दोनों को रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया।
बताया जा रहा है कि विजय कुमार नामक व्यवसायी ने निगरानी विभाग को यह शिकायत की थी कि पूर्णिया श्रम अधीक्षक कुमार आलोक रंजन द्वारा उनसे पुराने भुगतान को लेकर बतौर 55 हजार रुपये रिश्वत की मांग कर रहे हैं। इस बात की शिकायत मिलने के बाद निगरानी विभाग ने उन पर नजर रखनी शुरू कर दी। निगरानी विभाग ने जाल बिछाकर श्रम अधीक्षक के साथ-साथ उनके सहयोगी मनोज कुमार को 55 हजार रुपये घूस लेते रंगेहाथों धड़ दबोचा। सहयोगी मनोज कुमार पैसे का लेनदेन करता था।
निगरानी विभाग के डीएसपी अरूण पासवान ने बताया कि व्यवसायी विजय कुमार द्वारा एक आवेदन दिया गया था। जिसमें पीड़ित ने इस बात का जिक्र किया कि जब वे अपने बकाया राशि एक लाख 99 हजार 500 रुपये को जमा करने के लिए जब श्रम विभाग के कार्यालय गए तो श्रम अधीक्षक ने कहा कि वह जाकर विभाग के कर्मी मनोज कुमार से मिले।
पीड़ित व्यवसायी जब मनोज कुमार से मिलने गये तब बतौर 55 हजार रुपये घूस की मांग की गयी। लेकिन घूस की यह रकम श्रम अधीक्षक को महंगी पड़ गई। विजिलेंस ने जाल बिछाकर पूर्णिया के श्रम अधीक्षक आलोक रंजन और उनके सहकर्मी मनोज कुमार को घूस लेते रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया।