Diwali 2025: दिवाली पर मां लक्ष्मी का आशीर्वाद पाने के लिए करें ये उपाय, दरिद्रता दूर करेंगी माता Diwali 2025: दिवाली पर मां लक्ष्मी का आशीर्वाद पाने के लिए करें ये उपाय, दरिद्रता दूर करेंगी माता Assembly Election 2025 : काराकाट सीट पर भोजपुरी स्टार पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह का नामांकन, समर्थकों की भारी भीड़ उमड़ी Bihar Politics: बिहार में दिवाली से पहले दलित युवक की हत्या पर भड़के गिरिराज सिंह, समुदाय विशेष पर बरसे; बोले- ऐसी दरिंदगी की हिम्मत कहां से आई? Bihar Politics: बिहार में दिवाली से पहले दलित युवक की हत्या पर भड़के गिरिराज सिंह, समुदाय विशेष पर बरसे; बोले- ऐसी दरिंदगी की हिम्मत कहां से आई? Patna District Court Result : पटना डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने जारी किया सिविल कोर्ट अपर डिवीजन क्लर्क भर्ती परीक्षा का फाइनल रिजल्ट, इतने उम्मीदवार हुए चयनित PM Narendra Modi : प्रधानमंत्री मोदी ने INS विक्रांत पर जवानों संग मनाई दिवाली, कहा – यह पर्व देश के रक्षकों को समर्पित Bihar News: बिहार के एक 'मुख्यमंत्री' की पोशाक के लिए ''कुर्ता फंड'', बड़े नेता ने कुछ ही मिनटों में इकट्ठा कर लिया इतना रू, फिर क्या हुआ जानें... Bihar Crime News: बिहार में दो लड़कों का शव मिलने से सनसनी, दोनों की हत्या की आशंका; एक को राष्ट्रपति ने किया था सम्मानित Bihar Crime News: बिहार में दो लड़कों का शव मिलने से सनसनी, दोनों की हत्या की आशंका; एक को राष्ट्रपति ने किया था सम्मानित
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 17 Dec 2024 11:26:43 PM IST
- फ़ोटो
वैदिक पंचांग के अनुसार, 26 दिसंबर 2024 को सफला एकादशी का व्रत रखा जाएगा। यह एकादशी पौष माह के कृष्ण पक्ष की तिथि को मनाई जाती है। इस दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। श्रद्धालु व्रत रखकर भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। मान्यता है कि इस व्रत को करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
इस बार सफला एकादशी के अगले दिन, 27 दिसंबर को शनिदेव का नक्षत्र परिवर्तन हो रहा है। शनिदेव के इस परिवर्तन से विशेष रूप से कुंभ राशि और मीन राशि के जातकों को लाभ प्राप्त होगा।
शनिदेव का नक्षत्र परिवर्तन
तिथि: 27 दिसंबर 2024
नक्षत्र गोचर: शनिदेव पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश करेंगे।
महत्ता: शनिदेव का यह गोचर कुंभ और मीन राशि के जातकों को विशेष फल देगा।
कुंभ राशि:
वर्तमान में कुंभ राशि के जातकों पर शनि की साढ़े साती का दूसरा चरण चल रहा है। शनिदेव के पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में गोचर करने से कुंभ राशि के जातकों को विशेष लाभ मिलेगा।
लाभ के प्रमुख क्षेत्र:
करियर और व्यवसाय: कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी और कारोबार में तेजी आएगी।
बाधाओं का समाधान: रुके हुए काम पूरे होंगे।
सफलता और उन्नति: शनि की कृपा से सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी और भविष्य में उन्नति के अवसर प्राप्त होंगे।
सुख और समृद्धि: आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और पारिवारिक जीवन में सुख-शांति बनी रहेगी।
मीन राशि:
मीन राशि के जातकों पर वर्तमान समय में शनि की साढ़े साती का पहला चरण चल रहा है। शनिदेव के नक्षत्र परिवर्तन से मीन राशि के जातकों को भी लाभ होगा।
लाभ के प्रमुख क्षेत्र:
बड़े कार्यों में सफलता: विशेष कार्यों में सफलता मिलेगी।
बिगड़े काम होंगे पूरे: लंबे समय से रुके हुए कार्य पूर्ण होंगे।
स्वास्थ्य में सुधार: हालांकि सेहत का विशेष ख्याल रखने की आवश्यकता है।
भविष्य की योजनाएं: योजनाओं पर सोच-समझकर निर्णय लें और बड़े-बुजुर्गों की सलाह अवश्य लें।
सफला एकादशी का महत्व
सफला एकादशी पर व्रत करने और भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करने से सभी संकटों का नाश होता है और सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
पूजा विधि:
प्रातः स्नान करके व्रत का संकल्प लें।
भगवान विष्णु को तुलसी दल, पीले फूल और मिष्ठान अर्पित करें।
"ॐ नमो भगवते वासुदेवाय" मंत्र का जप करें।
सफला एकादशी की कथा का श्रवण करें।
रात्रि जागरण और श्रीहरि की आरती करें।
26 दिसंबर को सफला एकादशी के पावन पर्व पर भगवान विष्णु की पूजा करें और व्रत रखें। अगले दिन 27 दिसंबर को शनिदेव का नक्षत्र परिवर्तन कुंभ और मीन राशि के जातकों के लिए शुभ फलदायक रहेगा। इस परिवर्तन से करियर, व्यवसाय और जीवन के अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सफलता मिलने की संभावना है।