PATNA : बिहार के धार्मिक स्थलों को आज से खोल दिया गया है। बिहार में अब मंदिरों के अंदर भक्त भगवान के दर्शन कर पाएंगे। साथ ही साथ मस्जिद, चर्च, गुरुद्वारे में भी लोग जा सकेंगे। 140 दिन बाद बिहार पूरी तरह से अनलॉक हो गया है। कोरोना की दूसरी लहर आने के बाद 9 अप्रैल से बिहार में सभी धार्मिक स्थलों को बंद कर दिया गया था। सरकार ने बुधवार को बड़ा फैसला करते हुए सभी धार्मिक स्थलों को खोलने का फैसला किया, साथ ही साथ सभी दुकानें, मॉल, स्कूल, कॉलेज, कोचिंग, पार्क और ऑफिस पूरी क्षमता के साथ आज से खुल जाएंगे। कोरोना संक्रमण की स्थिति में सुधार को देखते हुए सभी दुकानें, प्रतिष्ठान, शॉपिंग मॉल, पार्क, उद्यान और धार्मिक स्थल सामान्य रूप से खुल सकेंगे। जिला प्रशासन की अनुमति से सभी प्रकार के सामाजिक, राजनीतिक, मनोरंजन, खेल-कूद, सांस्कृतिक एवं धार्मिक आयोजन अपेक्षित सावधानियों के साथ आयोजित किए जा सकेंगे। सभी विश्वविद्यालय, कॉलेज, तकनीकी शिक्षण संस्थान तथा विद्यालय (पहली से 12वीं कक्षा तक) के साथ-साथ कोचिंग संस्थान भी सामान्य रूप से खुलेंगे। राज्य के विश्वविद्यालयों, कॉलेजों, विद्यालयों द्वारा परीक्षाएं आयोजित की जा सकेंगी। 50 प्रतिशत क्षमता के साथ सिनेमा हॉल, क्लब, जिम, स्वीमिंग पूल, रेस्टोरेंट एवं खाने की दुकानें खुल सकेंगी। परन्तु, तीसरी लहर की संभावना के मद्देनजर हम सभी बिहारवासियों को कोविड अनुकूल व्यवहार के साथ सावधानी बरतनी जरूरी है।
हालांकि अभी भी विवाह में डीजे और बारात जुलूस की इजाजत नहीं दी गयी है। शादी समारोह, श्राद्ध कार्यक्रम और अंतिम संस्कार कोविड गाइडलाइन का पालन अनिवार्य रखा गया है। विवाह समारोह में डीजे और बारात जुलूस की इजाजत नहीं होगी। विवाह की पूर्व सूचना स्थानीय थाना को तीन दिनों पहले देनी होगी। सभी प्रकार के खेल-कूद, शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक आयोजन जिला प्रशासन की अनुमति और कोविड गाइडलाइन के साथ होंगे।
सिनेमा हॉल, क्लब, जिम, स्वीमिंग पूल, रेस्टोरेंट एवं खाने की दुकानों को क्षमता के 50 प्रतिशत आगंतुकों के साथ ही खोलने की अनुमति दी गई है। सिनेमा हॉल दर्शकों की 50 प्रतिशत उपयोग के साथ सामान्य रूप से खुल सकेंगे। अभी तक शाम सात बजे तक ही सिनेमा हॉल खोलने की इजाजत थी। इस समय सीमा को समाप्त कर दिया गया है। संबंधित संस्थान और प्रतिष्ठान सुनिश्चित करेगा कि उनके सभी कर्मी कोरोना टीका ले चुके हों।