14 व 15 अप्रैल को होगा पटना साहिब महोत्सव, इंटरनेशनल कलाकारों का होगा कार्यक्रम

 14 व 15 अप्रैल को होगा पटना साहिब महोत्सव, इंटरनेशनल कलाकारों का होगा कार्यक्रम

PATNA : राजधानी पटना से सटे इलाके पटना साहिब में आगामी 14 व 15 अप्रैल को दो दिवसीय पटना साहिब महोत्सव आयोजित होगा। पर्यटन विभाग व जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में राजकीय उच्च विद्यालय, मंगल तालाब पटना सिटी में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। इसमें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के कलाकार भाग लेंगे। सांस्कृतिक विरासत परंपरा व रीति-रिवाज पर आधारित लोक नृत्य व लोक गायन प्रस्तुत किया जायेग। इसके साथ ही गुरुवाणी, बिहार गौरव गान, भांगड़ा, गिद्धा लोक नृत्य व लोक गायन आकर्षक रहेगा। 


दरअसल, विश्व प्रसिद्ध पटना साहिब महोत्सव में रंगारंग कार्यक्रम में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त कलाकारों द्वारा कार्यक्रमों का प्रदर्शन होगा। इसमें  स्थानीय कलाकारों द्वारा मनमोहक प्रस्तुति दी जायेगी। साथ ही साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुति के समय गौरवशाली राज्य बिहार में अवस्थित ऐतिहासिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, पुरातात्विक व अन्य पहलुओं के बारे में बताया जायेगा। इस कार्यक्रम में बिहार के पर्यटन स्थलों के बारे में भी जानकारी दी जायेगी। इसके आलावा दो दिवसीय महोत्सव की तैयारी को लेकर 15 कोषांग गठित हुआ है। 


वहीं, इस महोत्सव की तैयारियों को लेकर 15 कोषांग गठित किये गये हैं। सभी संबद्ध पदाधिकारियों को बेस्ट इवेंट मैनेजमेंट के लिए सजग व सक्रिय रहने का निर्देश दिया। महोत्सव की तैयारियों के लिए उप विकास आयुक्त को वरीय नोडल पदाधिकारी तथा विशिष्ट पदाधिकारी, अनुभाजन व एडीएम सामान्य को नोडल पदाधिकारी नियुक्त किया गया है। इसके अलावा जिला नजारत उप समाहर्ता व अनुमंडल पदाधिकारी, पटना सिटी सहायक नोडल पदाधिकारी बनाये गये हैं। 


आपको बताते चलें कि, इस महोत्सव के दौरान अलग-अलग व्यवस्थाओं के लिए आयोजन समिति कोषांग, कलाकार चयन समिति कोषांग, मंच समन्वयक, उद्घोषक चयन, पंडाल निर्माण कोषांग, वाहन एवं पार्किंग कोषांग, स्वच्छता कोषांग, मोमेन्टो, आमंत्रण कार्ड मुद्रण एवं वितरण कोषांग, नयाचार कोषांग, पेयजल एवं शौचालय कोषांग, विद्युत व्यवस्था कोषांग, बैरिकेडिंग, डी एरिया एवं भूमि समतलीकरण कोषांग, फोटोग्राफी/विडियोग्राफी कोषांग, चिकित्सा व्यवस्था कोषांग, अग्निशाम व्यवस्था कोषांग, विधि-व्यवस्था कोषांग व प्रचार-प्रसार कोषांग शामिल है. डीएम ने सभी पदाधिकारियों को सभी अपेक्षित कार्यों को समय से व गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा करने का निर्देश दिया।