ब्रेकिंग न्यूज़

समाजसेवी अजय सिंह ने मदद के बढ़ाए हाथ, पुलिस और आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को सौंपा जंपिंग गद्दा Success Story: पुलिस ने मांगी रिश्वत तो लड़की ने शुरू कर दी UPSC की तैयारी, पहले IPS बनीं; फिर IAS बनकर पिता का सपना किया साकार JEE Main 2025: जेईई मेन में VVCP के छात्र-छात्राओं ने फिर लहराया परचम, जिले के टॉप थ्री पर कब्जा BIHAR NEWS: बिहार के गरीबों के लिए 2102 करोड़ रू की मंजूरी, जल्द ही खाते में जायेगी राशि, डिप्टी CM ने PM मोदी को कहा 'धन्यवाद' Chanakya Niti: दौलत, औरत और औलाद ...चाणक्य ने इन्हें क्यों बताया अनमोल? नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग!

जर्मनी से 11 विदेशी महिलाएं पहुंची गया, पूर्वजों के मोक्ष के लिए फल्गु के तट पर किया पिंडदान

जर्मनी से 11 विदेशी महिलाएं पहुंची गया, पूर्वजों के मोक्ष के लिए फल्गु के तट पर किया पिंडदान

GAYA: सनातन धर्म में पितृपक्ष के दौरान पूर्वजों के लिए पिंडदान और तर्पण का विशेष महत्व होता है। खासकर बिहार के मोक्ष नगरी गया जी में पिंडदान करना बहुत ही खास माना जाता है। देश विदेश से हजारों की संख्या में लोग गया पहुंच रहे हैं और अपने पितरों के मोक्ष के लिए पिंडदान और तर्पण कर रहे हैं। गया जी में पिंडदान के महत्व को अब विदेशी भी समझ चुके हैं यही वजह है कि बड़ी संख्या में वे गया पहुंचकर अपने पूर्वजों के मोक्ष के लिए पिंडदान कर रहे हैं। 


दरअसल, बुधवारा को विदेशी पिंडदानियों के एक दल ने गया पहुंचा और गया जी रबर डैम के पास संगत घाट पर जर्मनी से आए 12 पिंडदानियों ने अपने परिजनों के मोक्ष के लिए पिंडदान किया। जर्मनी से आए विदेशी पिंडदानियों में 11 महिलाएं और 1 पुरुष शामिल हैं। सभी विदेशी महिलाओं ने सनातनी परंपरा के मुताबिक साड़ी पहन कर और पूरे विधि विधान के साथ पूर्वजों के लिए कर्मकांड किया।


पिंडदान करने के बाद सभी 12 विदेशी पिंडदानी विष्णुपद मंदिर पहुंचें, जहां उन्होंने श्री विष्णुचरण पर पिंड अर्पित कर दिवंगत हो चुके अपने सगे संबंधियों के मोक्ष की कामना की। बता दें कि पिछले दिनों यूक्रेन से गया पहुंची यूलिया ने रूस के साथ युद्ध में मारे गये अपने परिजनों, सेना के जवानों और आम लोगों के मोक्ष के लिए पिंडदान किया था।