1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 06 Aug 2025 03:53:07 PM IST
वास्तु शास्त्र - फ़ोटो GOOGLE
Vastu Tips: अगर आप अपने घर की दक्षिण-पूर्व दिशा (South-East Direction) की अनदेखी कर रहे हैं, तो यह आपके लिए गंभीर वास्तु समस्याओं का कारण बन सकता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, यह दिशा अग्नि तत्व का प्रतीक है और इसका सीधा संबंध धन, समृद्धि और आर्थिक स्थिरता से होता है। इस दिशा में वास्तु दोष होता है, जैसे – दरवाज़ा, बड़ी खिड़की, शौचालय या भारी सामान का होना, तो इससे घर के लोगों की आर्थिक तरक्की रुक सकती है और मानसिक अशांति भी बनी रहती है।
इस दिशा में रसोई (किचन) का होना शुभ माना जाता है, परंतु ध्यान रखें कि चूल्हे का मुख पूर्व दिशा की ओर हो। साथ ही, इस कोने में टीवी या इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स रखना भी लाभकारी होता है क्योंकि यह अग्नि तत्व को संतुलित करता है और समय की बर्बादी रोकता है। इस दिशा में किसी भी प्रकार का जल तत्व (जैसे सिंक या वॉशरूम) या बेडरूम नहीं होना चाहिए क्योंकि ये आर्थिक समस्याएं और पारिवारिक असंतुलन ला सकते हैं।
अगर आपके घर का मुख्य द्वार दक्षिण-पूर्व दिशा में है, तो उस पर वास्तु पिरामिड लगाकर नकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव को कम किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, इस दिशा में मनी प्लांट लगाना अत्यंत शुभ माना जाता है क्योंकि यह धन वृद्धि में सहायक होता है। इस दिशा में टूटी-फूटी वस्तुएं या कबाड़ नहीं रखें, इससे आर्थिक हानि हो सकती है।
घर की पूर्व और उत्तर दिशा को खुला और रोशनी से भरा रखना चाहिए, ताकि सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहे। यदि घर में नकारात्मकता महसूस हो रही हो, तो एक कटोरे में समुद्र का खारा पानी भरकर रखें और उसे हर हफ्ते बदलें। यह एक प्रभावी उपाय माना गया है जो नेगेटिव एनर्जी को सोखता है और वातावरण को शुद्ध करता है।