1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 07 Dec 2025 10:20:57 PM IST
अनोखी शादी - फ़ोटो सोशल मीडिया
DESK: भक्ति और आस्था का एक अनोखा दृश्य यूपी में देखने को मिला। जहां 28 वर्षीय पिंकी शर्मा ने भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा से विधिवत विवाह करके भक्ति की एक अद्भुत मिसाल पेश की। शनिवार को सभी वैदिक रीति-रिवाजों के साथ शादी संपन्न हुई और रविवार को उनकी विदाई भी की गई। मामला उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के इस्लामनगर थाना क्षेत्र के कासिमाबाद का है।
जहां भगवान कृष्ण की प्रतिमा से पिंकी शर्मा ने विवाह किया जिसमें गांववालों ने घराती की भूमिका निभाई, जबकि पिंकी के जीजा इंद्रेश शर्मा बाराती बने। परिवार ने भी बेटी की भावनाओं का सम्मान करते हुए मंडप सजाया, बारात का स्वागत किया, जयमाला कराई और सात फेरे भी पूरे कराए। विवाह के दौरान पिंकी ने श्रीकृष्ण की प्रतिमा को गोद में लेकर फेरे लिए।
पिंकी ने बताया कि लगभग तीन महीने पहले वे वृंदावन स्थित बांके बिहारी मंदिर गई थीं। वहीं प्रसाद में उन्हें सोने की एक अंगूठी मिली, जिसे उन्होंने भगवान का आशीर्वाद और संकेत माना। उसी क्षण उन्होंने अपना जीवन श्रीकृष्ण को समर्पित करने का निर्णय ले लिया।
पिंकी का कहना है कि शादी के बाद वे वृंदावन में रहकर सेवा, भक्ति, पूजा और ध्यान में जीवन बिताना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि वे किसी पर आर्थिक रूप से निर्भर नहीं रहेंगी, और उनका जीवन श्रीकृष्ण की कृपा से ही चलेगा। नाम बदलने पर उन्होंने स्पष्ट किया कि वे फिलहाल पिंकी शर्मा के नाम से ही जानी जाएंगी।
पिंकी के पिता सुरेश चंद्र शर्मा ने बताया कि लंबे समय से वे उनकी शादी के लिए वर तलाश रहे थे, लेकिन पिंकी हमेशा कहती थीं कि जब बांके बिहारी की इच्छा होगी तभी विवाह होगा। परिवार का वृंदावन से गहरा लगाव है और पिंकी लगभग हर महीने दर्शन को जाती थीं।
तीन महीने पहले प्रसाद में सोने की अंगूठी मिलने के बाद पिंकी ने विवाह की इच्छा जताई। परिवार ने इसे ईश्वरीय संकेत मानकर स्वीकार कर लिया। करीब दस दिन पहले पिंकी के जीजा इंद्रेश शर्मा के साथ वे वृंदावन गए, जहाँ से श्रीकृष्ण की प्रतिमा लेकर आए और वहीं वर पक्ष की रस्में भी पूरी की गईं। शुरुआत में परिवार इस निर्णय से आश्चर्यचकित था, लेकिन बेटी की गहरी भक्ति देखकर उन्होंने समर्थन किया। पिता ने बताया कि वे पिंकी के लिए वृंदावन में रहने का पूरा प्रबंध करना चाहते हैं। फिलहाल पिंकी अपने जीजा के घर रह रही हैं, जो कृष्ण परिवार की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
वही विवाह की रस्में संपन्न कराने वाले पंडित रामशंकर मिश्रा ने कहा कि भक्ति की शक्ति अद्भुत होती है। पिंकी ने भगवान को अपना जीवनसाथी चुना है, इसलिए सभी की सहमति से यह विवाह कराया गया। गांव में अब लोग पिंकी को संत मीरा बाई की तरह प्रेमपूर्वक “मीरा” कहकर पुकारने लगे हैं।