Bihar Election 2025: प्रशांत किशोर पर आचार संहिता उल्लंघन का केस दर्ज, राघोपुर से शुरू किया चुनावी अभियान

Bihar Election 2025 : बिहार चुनाव 2025 से पहले जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर पर राघोपुर में आचार संहिता उल्लंघन का केस दर्ज हुआ है। किशोर ने तेजस्वी यादव के गढ़ राघोपुर से अपने चुनाव अभियान की शुरुआत की, जहां उन्होंने विपक्ष पर तीखे हमले

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 12 Oct 2025 02:09:27 PM IST

Bihar Election 2025: प्रशांत किशोर पर आचार संहिता उल्लंघन का केस दर्ज, राघोपुर से शुरू किया चुनावी अभियान

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Bihar Election 2025 : बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद राजनीतिक सरगर्मियां चरम पर हैं। सत्तारूढ़ एनडीए (NDA) और विपक्षी इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) जहां सीट बंटवारे को लेकर अंतिम रूप देने में जुटे हैं, वहीं जन सुराज पार्टी के संस्थापक और राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने भी अपने अभियान की रफ्तार तेज कर दी है। लेकिन इसी बीच उनके लिए कानूनी मुश्किलें खड़ी होती दिख रही हैं।


दरअसल, जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर के खिलाफ आदर्श आचार संहिता (Model Code of Conduct) के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राघोपुर (Raghopur) में अंचलाधिकारी (Circle Officer) के आवेदन पर स्थानीय थाने में यह एफआईआर दर्ज कराई गई है। शिकायत में कहा गया है कि प्रशांत किशोर ने शनिवार को अपने काफिले के साथ क्षेत्र में बिना अनुमति प्रचार रैली की, जिससे आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है।


प्रशांत किशोर ने शनिवार को वैशाली जिले के राघोपुर से अपने चुनाव अभियान की औपचारिक शुरुआत की। राघोपुर, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का राजनीतिक गढ़ माना जाता है। ऐसे में प्रशांत किशोर का यहीं से अभियान शुरू करना राजनीतिक दृष्टि से बेहद अहम माना जा रहा है।


किशोर ने अपने भाषण में कहा कि अब बिहार को एक नई राजनीति की जरूरत है — ऐसी राजनीति जो जाति और धर्म से ऊपर उठकर विकास की बात करे। उन्होंने दावा किया कि जन सुराज पार्टी इस बार बिहार में जनता के मुद्दों को केंद्र में रखकर चुनाव लड़ेगी, न कि परिवार या जातिगत समीकरणों के सहारे।


प्रशांत किशोर ने अपने संबोधन में विपक्षी नेता तेजस्वी यादव पर भी सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव दो सीटों से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं, जो उनके आत्मविश्वास की कमी को दर्शाता है। किशोर ने कहा — “शायद उनका हश्र उनके सहयोगी राहुल गांधी जैसा होगा, जो 2019 में वायनाड से तो जीत गए लेकिन अपनी पारंपरिक अमेठी सीट हार गए।”


इस बयान के बाद राघोपुर में माहौल गर्म हो गया है। आरजेडी कार्यकर्ताओं ने इस टिप्पणी को तेजस्वी यादव के अपमान के रूप में देखा और जन सुराज कार्यकर्ताओं के खिलाफ नारेबाजी की। राघोपुर के अंचलाधिकारी ने प्रशांत किशोर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि उन्होंने बिना पूर्व अनुमति के प्रचार रैली निकाली, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल थे। यह आचार संहिता का सीधा उल्लंघन है। इसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हालांकि, जन सुराज पार्टी ने इन आरोपों को राजनीतिक साजिश करार दिया है।


पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि “प्रशांत किशोर की लोकप्रियता से अन्य दलों में डर फैल गया है। वे जनता से सीधा संवाद कर रहे हैं, जिससे विपक्षी दलों को परेशानी हो रही है। केस दर्ज कराना केवल राजनीतिक दबाव बनाने की कोशिश है।”


बिहार चुनाव 2025 से पहले प्रशांत किशोर की सक्रियता ने राजनीतिक समीकरणों में नई हलचल मचा दी है। वे पिछले दो सालों से राज्यभर में जन संवाद यात्रा के ज़रिए जनता से जुड़ रहे हैं और जन सुराज पार्टी को एक मजबूत संगठन के रूप में खड़ा करने में जुटे हैं। अब जबकि उन्होंने तेजस्वी यादव के गढ़ राघोपुर से अपने अभियान की शुरुआत की है, इसे एक चुनौती के रूप में देखा जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि प्रशांत किशोर का यह कदम यह संकेत देता है कि वे इस बार गंभीरता से चुनावी मैदान में उतरने वाले हैं।