ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: PPU ने जारी किया 2026 का एग्जाम शेड्यूल, जानिए.. कब होंगी यूजी-पीजी समेत अन्य परीक्षाएं Bihar News: PPU ने जारी किया 2026 का एग्जाम शेड्यूल, जानिए.. कब होंगी यूजी-पीजी समेत अन्य परीक्षाएं Nitish Kumar Oath Ceremony: नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण के दौरान कैसी रहेगी ग्रहों की चाल? जानिए.. शुभ मुहूर्त Nitish Kumar Oath Ceremony: नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण के दौरान कैसी रहेगी ग्रहों की चाल? जानिए.. शुभ मुहूर्त Bihar Crime News: बिहार में चौकीदार की संदिग्ध मौत, पारिवारिक विवाद में हत्या की आशंका किशनगंज में लोन देने के नाम पर लाखों की ठगी, चिटफंड कंपनी बंद कर भागे कर्मचारी, गुस्साए लोगों ने किया सड़क जाम हंगामा बिहार में नई सरकार बनने की कवायद शुरू, बीजेपी ने विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए पर्यवेक्षक किए नियुक्त Bihar Crime News: बिहार में नारकोटिक्स सेल का बड़ा एक्शन, 6 करोड़ की हेरोइन के साथ दो स्मगलर को दबोचा मुंगेर में 21 वर्षीया महिला ने एक साथ 3 बेटियों को दिया जन्म, पत्नी को देखने तक नहीं आया पति मोतिहारी में पुलिस की बड़ी कार्रवाई: हत्या की साजिश नाकाम, छह अपराधी गिरफ्तार

बिहार में नई सरकार बनने की कवायद शुरू, बीजेपी ने विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए पर्यवेक्षक किए नियुक्त

बिहार में नई सरकार गठन की प्रक्रिया तेज हो गई है। भाजपा ने विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को प्रेक्षक नियुक्त किया है, जिससे राजनीतिक हलचल बढ़ गई है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 18 Nov 2025 03:59:40 PM IST

बिहार में नई सरकार बनने की कवायद शुरू, बीजेपी ने विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए पर्यवेक्षक किए नियुक्त

- फ़ोटो

बिहार में सत्ता परिवर्तन की संभावनाओं के बीच नई सरकार गठन की तैयारी तेज हो गई है। भाजपा ने अपने स्तर पर राजनीतिक रणनीति और अंदरूनी प्रक्रियाओं को गति दे दी है। इसी क्रम में भाजपा विधायक दल के नेता के चुनाव की प्रक्रिया को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए पर्यवेक्षक (प्रवेक्षक) की नियुक्ति कर दी गई है। इस जिम्मेदारी के लिए पार्टी ने उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को बिहार भेजने का फैसला किया है।


भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव की ओर से जारी आधिकारिक आदेश में स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि बिहार में विधायक दल की बैठक और नेता चयन की प्रक्रिया की देखरेख अब केशव प्रसाद मौर्य करेंगे। आदेश जारी होते ही भाजपा खेमे में राजनीतिक गतिविधियां और तेज हो गई हैं।


दिल्ली में गहमागहमी, पटना में बैठकों का दौर

बिहार में बदलते राजनीतिक समीकरणों के बीच भाजपा हाईकमान लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है। दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं की बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया कि बिहार में संगठनात्मक और विधायी प्रक्रियाओं को गंभीरता से आगे बढ़ाया जाए। इसके लिए किसी अनुभवी और सख्त प्रबंधन क्षमता वाले नेता को भेजने की जरूरत थी, जिसके बाद केशव प्रसाद मौर्य का नाम सामने आया।


मौर्य भाजपा के उन नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने कई बार संगठनात्मक चुनाव, विधायी दल के चयन और राज्यस्तरीय राजनीतिक संकटों में सफलतापूर्वक प्रबंधन किया है। यही कारण है कि उन्हें बिहार में यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है।उनकी नियुक्ति के साथ ही यह संकेत भी साफ हो गया है कि भाजपा अब बिहार में सरकार गठन के लिए गंभीर और संगठित प्रयास कर रही है।


विधायक दल की बैठक जल्द, नेता के नाम पर होगी मुहर

भाजपा सूत्रों के अनुसार, केशव प्रसाद मौर्य बहुत जल्द पटना पहुंचेंगे और वहां पार्टी के विधायकों के साथ बैठक करेंगे। इस बैठक में विधायक दल के नेता का चुनाव होगा, जो आगे चलकर नई सरकार की कमान संभालने की दिशा में पहला बड़ा कदम होगा। भाजपा में फिलहाल कई नामों की चर्चा है। इनमें वरिष्ठ नेताओं से लेकर युवा चेहरों तक पर विचार हो रहा है। पार्टी यह सुनिश्चित करना चाहती है कि नेता ऐसा चुना जाए जो संगठन, गठबंधन और सरकार—तीनों के बीच मजबूत तालमेल स्थापित कर सके।


प्रदेश भाजपा में उत्साह और उत्सुकता

केशव प्रसाद मौर्य की नियुक्ति के बाद बिहार भाजपा के अंदर कार्यकर्ताओं में उत्साह देखा जा रहा है। पार्टी के कई विधायक और पदाधिकारी इसे सकारात्मक संकेत मान रहे हैं। भाजपा के प्रदेश नेताओं का कहना है कि हाईकमान का यह फैसला दिखाता है कि पार्टी बिहार को लेकर अत्यंत गंभीर है और किसी भी परिस्थिति में समन्वित व मजबूत सरकार देना चाहती है। इसके साथ ही कार्यकर्ताओं में यह उत्सुकता भी है कि विधायक दल का नेता कौन होगा। कई नेताओं की दावेदारी को लेकर कयास लग रहे हैं, लेकिन अंतिम निर्णय दिल्ली नेतृत्व और विधायक दल की बैठक के बाद ही सामने आएगा।


केशव प्रसाद मौर्य जैसे वरिष्ठ नेता को बिहार भेजा जाना दर्शाता है कि भाजपा किसी भी प्रकार की चूक नहीं करना चाहती। पार्टी यह सुनिश्चित करना चाहती है कि प्रत्येक कदम संगठनात्मक अनुशासन और राजनीतिक परिपक्वता के साथ उठाया जाए। प्रवेक्षक के रूप में केशव प्रसाद मौर्य की भूमिका इसलिए भी अहम होगी क्योंकि उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी विधायक एकजुट होकर किसी एक नाम पर सहमति दें।


बिहार में सरकार बनाने का दौर शुरू हो चुका है और भाजपा ने अपनी रणनीति को तेज कर दिया है। केशव प्रसाद मौर्य को प्रेक्षक बनाया जाना इस बात का संकेत है कि पार्टी पूरी गंभीरता और संगठनात्मक मजबूती के साथ नई सरकार गठन की ओर बढ़ रही है। आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।