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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 11 Oct 2025 11:08:53 AM IST
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Pawan Singh : बिहार की राजनीति में आए दिन नई हलचलें होती रहती हैं, और इस बार चर्चा का विषय बने हैं भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह। पिछले दिनों खबर आई थी कि पवन सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया है, जिससे उनके राजनीति में आने को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया था। इस बीच एक बड़ी खबर सामने आई है, जिसमें पवन सिंह ने खुद अपने राजनीतिक इरादों को स्पष्ट किया है।
भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार पवन सिंह ने अपने ऑफिशियल फेसबुक आईडी पर एक पोस्ट शेयर की है, जिसमें उन्होंने अपने राजनीतिक जुड़ाव और भविष्य की योजना को लेकर बड़ा खुलासा किया। उन्होंने लिखा कि उन्होंने भाजपा में शामिल होकर किसी विधानसभा चुनाव में भाग लेने का कोई इरादा नहीं बनाया है। पवन सिंह ने साफ कहा, “मैं बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पार्टी ज्वाइन नहीं किया था और ना ही मुझे विधानसभा चुनाव लड़ना है। मैं पार्टी का सच्चा सिपाही हूं और हमेशा रहूंगा।”
इस पोस्ट के जरिए पवन सिंह ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि उनका राजनीति में शामिल होना केवल पार्टी के समर्थन और कार्यकर्ताओं के बीच सक्रिय योगदान देने तक सीमित है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य राजनीतिक सत्ता पर काबिज होना नहीं है, बल्कि पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों को आम जनता तक पहुंचाने में मदद करना है।
पवन सिंह की इस घोषणा ने उनके फैंस और राजनीति में रुचि रखने वाले लोगों के बीच हलचल पैदा कर दी है। सोशल मीडिया पर उनकी इस पोस्ट को लेकर लोग काफी उत्साहित हैं। कई लोग उन्हें पार्टी के प्रति सच्चे समर्पण और सामाजिक जिम्मेदारी के प्रतीक के रूप में देख रहे हैं। वहीं कुछ लोग उनके इस फैसले से यह मान रहे हैं कि पवन सिंह अपनी फिल्मों और संगीत के काम को प्राथमिकता देंगे और राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने के बावजूद चुनावी राजनीति से दूर रहेंगे।
भाजपा में शामिल होने के बाद पवन सिंह को पार्टी की तरफ से विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया गया था। पार्टी सूत्रों के अनुसार, पवन सिंह ने अपने अनुभव और लोकप्रियता का इस्तेमाल करके पार्टी के अभियान और जनसम्पर्क कार्यक्रमों को मजबूती देने का निर्णय लिया है। इससे यह संकेत मिलता है कि पवन सिंह सिर्फ एक पार्टी समर्थक के रूप में ही भूमिका निभाएंगे, न कि चुनावी उम्मीदवार के रूप में।
भोजपुरी फिल्म उद्योग में अपनी पहचान बना चुके पवन सिंह का यह कदम राजनीति में एक नया उदाहरण पेश करता है। अक्सर देखा गया है कि फिल्म और संगीत जगत के कलाकार राजनीति में आते ही चुनावी दौड़ में कूद जाते हैं। लेकिन पवन सिंह ने साफ शब्दों में यह स्पष्ट कर दिया कि उनका मकसद सत्ता हासिल करना नहीं, बल्कि समाज और पार्टी के लिए कार्य करना है।
इस बयान के बाद यह भी कहा जा सकता है कि पवन सिंह ने अपने फैंस और जनता के बीच अपने राजनीतिक इरादों को लेकर किसी भ्रम की स्थिति को समाप्त कर दिया है। उनकी यह स्पष्टता न केवल उनके फैंस के लिए राहत की खबर है, बल्कि पार्टी के लिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे पार्टी की छवि और कार्यकर्ताओं के मनोबल को मजबूती मिलेगी।
भविष्य में पवन सिंह राजनीति के क्षेत्र में किस तरह की गतिविधियों में हिस्सा लेते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा। फिलहाल उनके इस बयान ने यह सुनिश्चित किया है कि वह चुनावी राजनीति में नहीं उतरेंगे और पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा और समर्थन जारी रखेंगे।
इस प्रकार पवन सिंह की पार्टी में शामिल होने की खबर ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है, लेकिन उनके स्पष्ट शब्दों ने यह भी सुनिश्चित किया है कि वह केवल पार्टी के सच्चे सिपाही के रूप में ही अपनी भूमिका निभाएंगे, चुनावी मैदान में नहीं।