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रिलायंस कंपनी में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी, एक ही परिवार के 9 सदस्यों को महाराष्ट्र से लाकर जमुई में छोड़ा

रिलायंस कंपनी के टावर में नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक परिवार के नौ लोगों को दलाल ने 35000 लेकर सभी को जमुई बुलाया। उसके बाद उसे जमुई रेलवे स्टेशन पर छोड़कर दलाल फरार हो गया।

1st Bihar Published by: Dhiraj Kumar Singh Updated Tue, 15 Apr 2025 10:45:54 PM IST

BIHAR POLICE

नौकरी का झांसा - फ़ोटो GOOGLE

JAMUI: बेरोजगारी सिर्फ बिहार में ही नहीं महाराष्ट्र में भी है और इसका फायदा दलाल उठाते हैं। महाराष्ट्र में रहने वाले एक ही परिवार के 9 सदस्यों को दलाल ने रिलायंस टावर में नौकरी दिलाने का झांसा दिया और उन्हें अपने साथ महाराष्ट्र से लाकर बिहार के जमुई जिले में छोड़ दिया। पीड़ित परिवार तीन दिनों तक जमुई स्टेशन पर रहा। महाराष्ट्र के रामदास चौहान अपने पत्नी दो बेटी दामाद व तीन नाती के साथ तीन दिन यहां फंसे रहे। पीड़ितों से नौकरी दिलाने के नाम 35 हजार रुपये लेकर दलाल नौ दो ग्यारह हो गया।  


रिलायंस कंपनी के टावर में नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक परिवार के नौ लोगों को दलाल ने 35000 लेकर सभी को जमुई बुलाया। उसके बाद उसे जमुई रेलवे स्टेशन पर छोड़कर दलाल फरार हो गया। पहले परिवार दो दिनों तक रेलवे स्टेशन पर ही दलाल का इंतजार करते रहे। दलाल के नहीं पहुंचने पर पीड़ित परिवार मंगलवार को भिक्षाटन कर महाराष्ट्र वापस जाने को मजबूर हो गए। पीड़ित परिवार की पहचान महाराष्ट्र के खेडो हिंगोली निवासी प्रवेश मालन राठौर के रूप में की गई है। 


पीड़ित प्रवेश ने बताया कि सारंग सानप कुमार नाम का एक दलाल था जो अपने आप को ठेकेदार बताता था और इसके पहले भी उससे रुपए लेकर उससे कानपुर में 1 महीने मुंबई में 3 महीने काम करवाया था। वही उसे झांसा दिया गया कि बिहार के जमुई में भी रिलायंस कंपनी के टावर में तार लगाने का काम चल रहा है। जिसमें उसके पूरे परिवार को नौकरी लगा दिया जाएगा। उसके लिए उससे 35000 रूपए भी ली गई थी। काम के दौरान उसने 35 हजार रुपए दलाल के पास छोड़ दिया था। वहीं शनिवार को  मजदूर प्रवेश मालन अपनी पत्नी रोशनी प्रवेश, पुत्र शिवराज कुमार, शुभम कुमार, कुणाल कुमार, ससुर रामदास चौहान, सास सुमित्रा देवी के साथ जमुई पहुंचे थे।


पीड़ित ने बताया कि रूपए लेने के बाद  दलाल उसे जमुई स्टेशन पर बैठने को कहा और उसे जल्द कार्य स्तल पर पहुंचाने की बात कही गई थी। रात भर शनिवार को पूरा रविवार दलाल का मजदूर परिवार इंतजार करता रहा  लेकिन वह नहीं पहुंचा । वहीं मजदूर परिवार के पास जो भी रुपए था खाने-पीने में खर्च हो गया। अब उसे वापस अपने घर महाराष्ट्र जाने के लिए रुपए भी नहीं बचे। दलाल के चक्कर में पड़े  पीड़ित परिवार स्टेशन के आसपास लोगों से  भिक्षाटन कर खाने-पीने और वह महाराष्ट्र लौटने के लिए मदद मांगी। स्थानीय मलयपुर निवासी सुधीर सिंह, पूर्व मुखिया संजीत सिंह उर्फ नुनू सिंह,भानु यादव,किस्ष्ट्रो कुमार, कुंदन कुमार सहित अन्य लोगों ने भी सहयोग किया और रूपए की व्यवस्था की गई। 


जिसके बाद वह जमुई से मंगलवार को पटना लौट गए। जहां से वह महाराष्ट्र अपने घर लौट जाएंगे। लेकिन इस घटना ने नौकरी के नाम पर झांसा देने का  अनोखा अंदाज भी लोगों को अचंभित कर दिया है। इस मामले में जमुई जीआरपी थाना अध्यक्ष मनोज देव ने कहा दलालों के द्वारा महाराष्ट्र से एक परिवार को काम दिलाने का बहना बनाकर जमुई बला उसे रेलवे स्टेशन पर छोड़ने की जानकारी दूसरे के जरीए मिली थी। लेकिन पीड़ित परिवार द्वारा कोई लिखित शिकायत रेलवे थाने में नहीं की गई न ही उन्हें जानकारी मिली। यदि किया जाता है तो पूरे मामले कि जांचकर कार्रवाई की जाएगी।