खनिज संसाधनों के दुरुपयोग पर नकेल: औरंगाबाद में 51,000 घनफीट बालू जब्त, मंत्री बोले..किसी को बख्शा नहीं जाएगा इंडिगो फ्लाइट पर लेजर लाइट से मचा हड़कंप, पायलट की सूझबूझ से टला हादसा IIT hub Bihar :बिहार का वह गांव, जहां बच्चे AI और रोबोटिक्स पढ़ते हैं...हर घर में एक IITian 2.0! Career News: राजकीय महिला पॉलिटेक्निक, मुजफ्फरपुर की 31 छात्राओं का कैंपस सेलेक्शन, फॉक्सकॉन और सत्यार्थ टेक्नोलॉजी में मिली नौकरी CM Nitish Kumar: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पटना हाई कोर्ट से बड़ी राहत, जानिए.. क्या है मामला? Life Style: सेहत पर भारी पड़ सकता है तरबूज का सेवन, भूलकर भी न खाए ये लोग Bihar Politics: ‘बिहार ही नहीं, देश में बनेगी महागठबंधन की सरकार’ VIP चीफ मुकेश सहनी का दावा धूप ऐसी कि चलते-फिरते टेंट में निकली अनोखी और जुगाड़ू बारात, वीडियो हो गया वायरल हाथी का गोबर खाने के लिए रेस्टोरेंट में उमड़ रही लोगों की भारी भीड़, आखिर क्या है वजह? Bihar News: गया में 12 वर्षीय बालक की संदिग्ध स्थिति में मौत, तालाब से मिला शव, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका
15-Apr-2025 02:53 PM
Bihar crime News: पटना पुलिस ने नवादा जिले में छापेमारी कर तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारी पुणे निवासी स्क्रैप कारोबारी लक्ष्मण साधु शिंदे के अपहरण और हत्या के मामले में की गई है। अपराधियों ने स्क्रैप व्यापार के बहाने शिंदे को बुलाया था और बाद में उनकी हत्या कर दी गई। उनका शव जहानाबाद में फेंका गया।
नवादा से गिरफ्तारी:
पटना पुलिस ने नवादा पुलिस के सहयोग से हिसुआ इलाके से तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक महिला समेत तीन साइबर अपराधी शामिल हैं। आरोप है कि इन लोगों ने स्क्रैप डीलिंग का झांसा देकर लक्ष्मण शिंदे को पटना बुलाया, फिर उनका अपहरण कर हत्या कर दी।
पटना एयरपोर्ट से किया गया था अपहरण:
नवादा के एसपी अभिनव धीमान को पटना पुलिस ने इस मामले की जानकारी दी थी। इसके बाद नवादा पुलिस ने कार्रवाई में सहयोग किया। इसके बाद हिसुआ से तीनों आरोपी पकड़े गए। पुलिस के अनुसार, लक्ष्मण शिंदे को 11 अप्रैल को पटना एयरपोर्ट से अगवा किया गया था। 12 अप्रैल को उनका शव जहानाबाद जिले के घोषी थाना क्षेत्र में झुमकी और मननपुर गांव के बीच सड़क किनारे बरामद हुआ।
11 अप्रैल को आखिरी बातचीत:
पुलिस की छापेमारी में एक काली स्कॉर्पियो गाड़ी, एक लैपटॉप और चार कीमती मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। जांच में सामने आया है कि शिवराज सागी नामक व्यक्ति ने लक्ष्मण को झारखंड स्थित कोल इंडिया के ऑफिस में भेजने के नाम पर वाहन भेजने का झांसा दिया था। पुलिस को यह कहानी झूठी लग रही है। लक्ष्मण शिंदे की पत्नी रत्नाप्रभा से उनकी आखिरी बार बातचीत 11 अप्रैल की शाम को हुई थी, इसके बाद उनका मोबाइल बंद हो गया।
गिरोह पहले भी कर चुका है अपहरण:
शव की पहचान होने के बाद पटना और जहानाबाद पुलिस ने संयुक्त रूप से जांच शुरू की। लक्ष्मण शिंदे के साढ़ू विशाल लवाजी लोखंडे ने पुणे और पटना में उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस को शक है कि यह गिरोह आमतौर पर लोगों को अगवा कर उनके खातों से पैसे निकालकर छोड़ देता था, लेकिन इस बार हत्या कर दी गई। अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि आखिर इस बार हत्या क्यों की गई।