ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: कुख्यात मंटू शर्मा समेत इन 110 अपराधियों की संपत्ति होगी जब्त, पुलिस मुख्यालय ने कर ली तैयारी, लिस्ट में किनका नाम है.... mahakumbh: जेल में बंद पति की तस्वीर के साथ BJP विधायक ने संगम में किया स्नान, सोशल मीडिया पर फोटो हुआ वायरल Bihar Crime: पुलिस पर हमला करने वालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, 36 आरोपियों को पुलिस ने दबोचा, 23 महिलाएं भी शामिल यात्रीगण कृपया ध्यान दें: तकनीकी कारणों से कई ट्रेनों के परिचालन में बदलाव, 12 ट्रेनें रद्द Bihar Vidhansabha Election 2025: 'छातापुर' की धरती से चुनावी बिगूल फूंकेंगे मुकेश सहनी...पार्टी उम्मीदवार के नाम का कर सकते हैं ऐलान, जानें... Bihar Bhumi: बिहार में जमीन की खरीद-बिक्री करनी है तो जल्द कर लें, सरकार लेने वाली है बड़ा फैसला, खरीददार-विक्रेता को हो सकता है बड़ा नुकसान PATNA FOOD: कभी खाया है टंडन का समोसा? 80 साल से राजधानी के इस इलाके में छान रहे हैं समोसे, बच्चे से लेकर बूढ़े तक हैं इसके दीवाने Road Accident in bihar : महाकुंभ से लौट रहे श्रद्धालुओं की कार ट्रक में घुसी, 2 महिलाओं की मौत Bihar Crime: AIMIM नेता असलम मुखिया की हत्या के गवाह बने छोटे भाई पर जानलेवा हमला, पीड़ित ने बदमाशों से छीन लिया पिस्टल Mahakumbh 2025: नाव से प्रयागराज जाने वालों की खैर नहीं, प्रशासन ने जारी किए सख्त निर्देश

FIIT-JEE कोचिंग सेंटर अचानक बंद, छात्रों और अभिभावकों में हड़कंप

दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश के विभिन्न FIIT-JEE कोचिंग सेंटर अचानक बंद हो गए हैं, जिससे छात्रों और उनके अभिभावकों में भारी चिंता और भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है।

FIIT-JEE

25-Jan-2025 06:30 AM

FIIT-JEE: दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश के कई प्रमुख FIIT-JEE कोचिंग सेंटर अचानक बंद हो गए हैं, जिससे छात्रों और उनके अभिभावकों के बीच भ्रम और चिंता का माहौल बन गया है। FIIT-JEE, जो भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) जैसे कठिन प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए जाना जाता है, ने कई इंजीनियरिंग aspirants के लिए एक भरोसेमंद नाम बना लिया था। लेकिन अब इसके कई सेंटरों के बंद होने से छात्रों के भविष्य पर प्रश्न चिह्न लग गया है।


प्रभावित कोचिंग सेंटर और छात्रों की समस्याएं

दिल्ली के लक्ष्मी नगर और नोएडा सेक्टर 62 के FIIT-JEE सेंटरों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के मेरठ, गाजियाबाद, लखनऊ और वाराणसी के सेंटर भी इस संकट से प्रभावित हुए हैं। गाजियाबाद में कई अभिभावकों ने संस्थान के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि सेंटर ने बिना किसी पूर्व सूचना के संचालन बंद कर दिया और उनके बच्चों के पेपर की तैयारी को खतरे में डाल दिया। एफआईआर में यह भी कहा गया कि गाजियाबाद के सेंटर के शिक्षकों को वेतन नहीं दिया गया था।


पेरेंट्स और छात्रों का गुस्सा

नोएडा में एक कक्षा 10 की छात्रा की मां पराग गुप्ता ने कहा कि उनकी बेटी ने दो साल पहले FIIT-JEE को जॉइन किया था और एक स्कॉलरशिप प्रोग्राम के तहत क्लास 11 में प्रवेश पाया था। उन्होंने बताया, "मैंने पहले ही 80,000 रुपये किश्तों में चुका दिए हैं, लेकिन अब संस्थान ने बिना किसी जानकारी के कोचिंग सेंटर बंद कर दिया है। हर पेरेंट्स की चिंता बच्चों के भविष्य को लेकर है। संस्थान ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, और हम जल्द ही जवाब की उम्मीद कर रहे हैं।"


नोएडा और गाजियाबाद में एफआईआर की कार्रवाई

नोएडा में भी एक पेरेंट ने FIIT-JEE के संस्थान प्रमुख डी.के. गोयल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है, क्योंकि उन्होंने आगे की फीस की वापसी नहीं की। पेरेंट्स ने अपनी शिकायत में कहा कि उन्होंने पांच साल की फीस पूरी अदा की थी, जिसमें से दो साल बाकी थे। पेरेंट्स राजीव कुमार चौधरी ने बताया, "हमें FIIT-JEE से सोमवार को संदेश मिला कि हमारे बच्चों को आकाश इंस्टीट्यूट में शिफ्ट कर दिया जाएगा, लेकिन हम यह तय करेंगे कि हमारे बच्चों को कहां पढ़ाना है, यह FIIT-JEE का निर्णय नहीं हो सकता।"


छात्रों और पेरेंट्स की मांग

इस अचानक फैसले ने छात्रों को चिंता में डाल दिया है, क्योंकि उनके महत्वपूर्ण अध्ययन के समय में यह बाधा आ गई है। कई पेरेंट्स अब कोचिंग संस्थान से फीस का रिफंड और क्लासेस को फिर से शुरू करने की मांग कर रहे हैं ताकि उनकी बच्चों की तैयारी पूरी हो सके। पेरेंट्स ने यह भी कहा कि संस्थान का प्रबंधन फोन कॉल्स का जवाब नहीं दे रहा है, और उन्होंने सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है।


FIIT-JEE कोचिंग सेंटरों के बंद होने से छात्र और पेरेंट्स दोनों ही परेशान हैं, और उन्हें अपने बच्चों के भविष्य के बारे में चिंता हो रही है। इस संकट का समाधान जल्द से जल्द किया जाना चाहिए ताकि छात्रों की परीक्षा की तैयारी में कोई और रुकावट न आए। पेरेंट्स की शिकायत और एफआईआर से यह साफ है कि छात्रों को न्याय मिलने के लिए संस्थान को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना होगा।