1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 07 May 2025 02:13:26 PM IST
बिहार के इस विश्वविद्यालय में होगी AI की पढाई - फ़ोटो Google
Bihar News: बिहार के छात्रों के लिए तकनीकी शिक्षा में एक नया अध्याय शुरू होने जा रहा है। मुंगेर विश्वविद्यालय को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स शुरू करने की मंजूरी मिल गई है, जिससे अब बिहार के छात्रों को AI की पढ़ाई के लिए अन्य राज्यों का रुख नहीं करना पड़ेगा। दिसंबर 2023 में विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में तत्कालीन कुलपति ने इस कोर्स को शुरू करने की घोषणा की थी। तब से इस दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे थे। विश्वविद्यालय ने एक निजी संस्थान के साथ करार किया है, जिसने AI पाठ्यक्रम संचालित करने की सहमति दी। इसके बाद पाठ्यक्रम और शुल्क संरचना तैयार कर राजभवन को अनुमोदन के लिए भेजा गया, जहां से इसे मंजूरी मिल चुकी है।
मुंगेर विश्वविद्यालय का यह कदम बिहार में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण है। AI कोर्स में न केवल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की बुनियादी और उन्नत अवधारणाएं पढ़ाई जाएंगी, बल्कि वेब डिजाइनिंग, ई-मार्केटिंग, डेटा एनालिसिस जैसे क्षेत्रों में भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह कोर्स छात्रों को वैश्विक स्तर पर मांग वाले कौशल प्रदान करेगा, जिससे वे तकनीकी उद्योग में बेहतर अवसर हासिल कर सकें। विश्वविद्यालय के कुलसचिव कर्नल विजय कुमार ठाकुर ने बताया कि राजभवन ने पाठ्यक्रम और शुल्क संरचना को मंजूरी दे दी है, और अब यह प्रस्ताव उच्च शिक्षा निदेशालय के पास अंतिम अनुमोदन के लिए है।
उच्च शिक्षा निदेशालय से सहमति मिलते ही मुंगेर विश्वविद्यालय में AI की पढ़ाई शुरू हो जाएगी, यह संभवतः आगामी शैक्षणिक सत्र से शुरू हो सकता है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसे प्राथमिकता देते हुए सभी जरूरी तैयारियां शुरू कर दी हैं। यह कोर्स न केवल स्नातक स्तर पर, बल्कि डिप्लोमा और सर्टिफिकेट प्रोग्राम के रूप में भी उपलब्ध हो सकता है, ताकि अधिक से अधिक छात्र इसका लाभ उठा सकें। बिहार में AI जैसे अत्याधुनिक कोर्स की शुरुआत से स्थानीय युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे, और राज्य की शैक्षिक छवि को भी नया आयाम मिलेगा।
हालांकि, मुंगेर विश्वविद्यालय पहले भी देरी से जुड़े विवादों में रहा है। अप्रैल 2025 में चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम के सत्र में चार महीने की देरी को लेकर छात्रों ने प्रदर्शन किया था। इस बार विश्वविद्यालय प्रशासन का दावा है कि AI कोर्स को समय पर शुरू करने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं।