Bihar News: सरकारी स्कूलों के छात्र-छात्राओं को मिलेगी तैराकी की ट्रेनिंग, आपदा से निपटने के लिए लिया गया ये अहम फैसला

Bihar News: बिहार सरकार ने सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को तैराकी की ट्रेनिंग देने का फैसला किया है, ताकि आपदा के समय छात्र स्वयं को और दूसरों को बचा सकें.

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 11 Apr 2025 12:40:27 PM IST

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बिहार न्यूज - फ़ोटो GOOGLE

Bihar News: बिहार के सरकारी स्कूलों को अब तैरना सिखाया जाएगा। सरकार की ओर से 9वीं से 12वीं में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को तैराकी की ट्रेनिंग दी जाएगी। ये ट्रेनिंग स्विमिंग पूल में दिया जाएगा, जिसके लिए स्विमिंग पूल भी तैयार किया जा सकता है। यह प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य यह है कि आपदा की परिस्थिति में ये खुद भी सुरक्षित रहें और दूसरों की भी रक्षा कर सकें।


बता दें कि सरकारी स्कूलों के बच्चों को तैराकी के ट्रेनिंग के लिए पटना के स्विमिंग पुलों में जोर-शोर से तैयारी चल रही है। यह बिहार शिक्षा परियोजना परिषद (बीईपी) और बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में प्रशिक्षण कार्यक्रम चलना है। पटना समेत अन्य जिन भी जिलों में स्विमिंग पूल हैं, उस जिले के बच्चों को तैराकी का प्रशिक्षण योग्य ट्रेनर के माध्यम से दिया जाना है। जानकारी के अनुसार इसी कड़ी में जिला और प्रखंड मुख्यालयों में स्विमिंग पूल भी बनाए जाएंगे।


वहीं, सबसे पहले जिला स्तर पर इसका निर्माण कराया जाएगा। बीईपी और प्राधिकरण के बीच इस तैराकी प्रशिक्षण को लेकर कई बैठकें हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम के तहत ये सभी योजनाएं बनी हैं। स्कूलों में सुरक्षित शनिवार के संचालन को लेकर ही बीईपी के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. उदय कुमार उज्ज्वल की प्रतिनियुक्ति सप्ताह में कम से कम दो दिनों के लिए प्राधिकरण की गई है।


इस सम्बन्ध में पदाधिकारी का कहना है कि नदियों और तालाबों में अक्सर लोगों और बच्चों के डूबने की घटना सामने आती है। इस कारण नदियों और तलाबों को प्रशिक्षण के लिए नहीं चुना गया है। उक्त प्रशिक्षण का यह भी एक मकसद है कि तैराकी उन्हें आए।