मोतिहारी: दर्दनाक सड़क हादसे में दो की मौत, परिजनों में मचा कोहराम प्रशांत किशोर ने लालू के साथ-साथ राहुल गांधी पर बोला बड़ा हमला, कहा..संविधान लेकर घूमने वाले क्या अंबेडकर के अपमान का जवाब देंगे? BIHAR: मिट गया माथे पर लगा कलंक: पॉक्सो एक्ट में बुरी तरह से फंस चुके केशव को मिला नया जीवन दान नीट 2025 में गोल इन्स्टीट्यूट के छात्रों ने लहराया परचम, 5400 से अधिक छात्र सफल, 527 छात्रों का सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश की उम्मीद Bihar Crime News: बिहार के पूर्व मंत्री की बहू को परिवार समेत जान से मारने की धमकी, जेठ पर गंभीर आरोप Bihar Crime News: बिहार के पूर्व मंत्री की बहू को परिवार समेत जान से मारने की धमकी, जेठ पर गंभीर आरोप BIHAR: शादी के 3 साल बाद विवाहिता की संदिग्ध मौत, ससुरालवालों पर दहेज के लिए हत्या का आरोप KATIHAR: डॉक्टर-पुलिस की मिलीभगत से कोर्ट को गुमराह करने का मामला उजागर, 82 वर्षीया महिला को जेल भेजने की धमकी, सोशल एक्टिविस्ट ने किया पर्दाफाश BIHAR CRIME: मोतिहारी एसपी के नाम पर बनाया फेक फेसबुक अकाउंट, साइबर ठगों ने की पैसे की मांग Bihar Politics: ‘बिहार की सत्ता में लालू परिवार की कभी नहीं होगी वापसी’ बाबा साहेब के अपमान पर बोले रोहित कुमार सिंह
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 01 Jun 2025 08:58:48 AM IST
बिहार के खिलाड़ियों को बड़ी सौगात! - फ़ोटो Google
Bihar news : बिहार सरकार ने खिलाड़ियों के भविष्य को सुरक्षित और उज्जवल बनाने के लिए एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। ‘मेडल लाओ, नौकरी पाओ’ योजना के तहत राज्य के 88 खिलाड़ियों को जल्द ही सरकारी नौकरी दी जाएगी। यह पहल उन युवाओं के लिए प्रेरणा बनेगी, जो खेल के क्षेत्र में कुछ बड़ा करने का सपना देखते हैं।
जून में मिलेगा नियुक्ति पत्र
बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रविंद्रन शंकरण ने बताया कि जून 2025 में एक विशेष समारोह आयोजित किया जाएगा, जिसमें सभी 88 खिलाड़ियों को उनकी नियुक्तियों के पत्र सौंपे जाएंगे। इनमें से 21 खिलाड़ियों को दरोगा (Sub-Inspector) की पोस्ट पर तैनात किया जाएगा।
महिला खिलाड़ियों के लिए विशेष पॉलिसी
महिला खिलाड़ियों की सेहत और खेल के प्रति उनकी निरंतरता को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार एक मेंस्ट्रूअल हेल्थ पॉलिसी भी लाने जा रही है। एक साल तक चले सर्वे में पता चला कि 75% महिला खिलाड़ी पीरियड्स के दौरान खेल नहीं पातीं। इसकी वजह ब्लीडिंग, दाग लगने का डर और सामाजिक संकोच है। इसी को देखते हुए सरकार अब फीमेल हेल्थ अवेयरनेस सेंटर और मेंस्ट्रूअल हेल्थ पॉलिसी लागू करने जा रही है, जो अभी ड्राफ्ट स्टेज में है और जल्द कैबिनेट से मंजूरी के बाद लागू होगी।
अब तक कितनों को मिली नौकरी?
इस योजना के तहत अब तक 342 खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी दी जा चुकी है। 2010 से 2020 के बीच 271 खिलाड़ियों को क्लर्क लेवल की नौकरियां मिलीं। ये आंकड़े बताते हैं कि सरकार खेल को गंभीरता से ले रही है और युवाओं को इसके लिए प्रोत्साहित कर रही है।
SDO और DSP बनने तक का मौका!
2023 में लागू हुई ‘बिहार उत्कृष्ट खिलाड़ियों की सीधी नियुक्ति नियमावली 2023’ के तहत अब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को बिना किसी लिखित परीक्षा के सरकारी नौकरी दी जाती है। 2023-24 में 71 खिलाड़ियों को नौकरी मिली, जिनमें 21 सब-इंस्पेक्टर बने। इस नीति के तहत भविष्य में खिलाड़ियों को DSP या SDO जैसे उच्च पदों तक भी पहुंचने का मौका मिलेगा।
बिहार सरकार की ये योजना खिलाड़ियों के जीवन में बड़ा बदलाव लाने जा रही है। इससे युवाओं को न सिर्फ खेल के लिए प्रेरणा मिलेगी, बल्कि उनके करियर की भी गारंटी होगी। अगर आप या आपका कोई जानने वाला खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहा है, तो अब सिर्फ मेडल चाहिए — नौकरी खुद दरवाज़ा खटखटाएगी!