मुझे फंसाया जा रहा, रेप-हत्या मामले में एक IPS शामिल; RG कर केस के दोषी का सनसनीखेज दावा विधवा महिला को भद्दी-भद्दी गालियां देने वाला थानेदार सस्पेंड, ऑडियो वायल होने के बाद SSP ने की कार्रवाई JEE Main Admit Card 2025 : जेईई मेन के एडमिट कार्ड हुए जारी, ऐसे करें डाउनलोड नीतीश पलटू चाचा तो तेजस्वी घोलटू भतीजा हैं, आनंद मोहन बोले..अकलोल-बकलोल मुर्ख लोग को सत्ता सौंपना ही परिवारवाद है Champions Trophy : चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया का एलान, गिल बनें उपकप्तान तो सिराज हुए बाहर; गंभीर नही आए नजर RJD MEETING: लालू सिर्फ नाम के, सारा काम तेजस्वी करेंगे, RJD की बैठक में बड़ा फैसला, पार्टी के सारे अहम निर्णय तेजस्वी लेंगे Bihar Politics: तेजस्वी के ड्राइवर बने तेजप्रताप, पहले ही खुद को सारथी कृष्ण और भाई को बता चुके हैं अर्जुन कोलकाता रेप-मर्डर केस में संजय रॉय दोषी करार, 20 जनवरी को सजा का ऐलान UP News: महाकुंभ से लौट रही बस हुई हादसे का शिकार, महिला की मौत; ड्राइवर बेहोश पुलिस को चैलेंज देने वाला सीरियल किलर चंद्रकांत झा गिरफ्तार, बिहार और यूपी के 18 लोगों की कर चुका है हत्या
08-Jan-2025 07:15 AM
JOB News: भारतीय शिक्षा प्रणाली में नई शिक्षा नीति (NEP 2020) को लागू करने के तहत उच्च शिक्षण संस्थानों में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को बदलने का निर्णय लिया गया है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने इसके लिए एक ड्राफ्ट जारी किया है, जिसमें ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के विषय की बाध्यता को समाप्त करते हुए शिक्षक नियुक्ति का आधार केवल पीएचडी और नेट के विषयों को बनाया गया है।
क्या हैं नए नियम?
अब तक शिक्षक भर्ती के लिए ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन और पीएचडी या नेट की पढ़ाई एक ही विषय में होनी अनिवार्य थी। लेकिन नए नियमों के तहत उम्मीदवार का ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन किसी भी विषय से हो सकता है। शिक्षक के रूप में उनकी नियुक्ति केवल उनके पीएचडी या नेट विषय के आधार पर होगी।
प्रोफेसर भर्ती और प्रमोशन में बदलाव
प्रोमोशन पॉलिसी में सुधार:
शिक्षकों के प्रमोशन में अब शैक्षणिक प्रदर्शन, अनुभव और कौशल को प्राथमिकता दी जाएगी। साथ ही, योग, संगीत, परफॉर्मिंग आर्ट्स और नाटक जैसे रचनात्मक क्षेत्रों के विशेषज्ञों को आकर्षित करने के लिए विशेष प्रक्रियाएं अपनाई जाएंगी।
6 महीने में लागू होंगे नियम:
यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों, डीम्ड विश्वविद्यालयों, और स्वायत्त कॉलेजों को 6 महीने के भीतर नए भर्ती नियम लागू करने के निर्देश दिए हैं।
यूजीसी ड्राफ्ट के फायदे
फ्लेक्सिबिलिटी:
उम्मीदवार नेट/सेट क्वॉलिफाई करने वाले विषयों में टीचिंग कर सकते हैं, भले ही उनका यूजी या पीजी विषय अलग हो।
भारतीय भाषाओं का प्रोत्साहन:
एकेडमिक पब्लिकेशन और डिग्री प्रोग्राम में भारतीय भाषाओं के उपयोग को बढ़ावा दिया जाएगा।
विविध टैलेंट को अवसर:
कला, खेल, और पारंपरिक विषयों के विशेषज्ञों को शिक्षण में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
समग्र मूल्यांकन:
स्कोर आधारित शॉर्टलिस्टिंग खत्म कर उल्लेखनीय योगदान और योग्यताओं के आधार पर चयन होगा।
समावेशिता:
दिव्यांग खिलाड़ियों और विशेष प्रतिभाओं को भी शिक्षण के क्षेत्र में करियर बनाने का अवसर मिलेगा।
नई शिक्षा नीति 2020 के तहत शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में किए गए ये बदलाव शिक्षा प्रणाली को अधिक समावेशी और प्रभावी बनाएंगे। शिक्षकों के चयन में योग्यता, स्किल्स और अनुभव को प्राथमिकता देना उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा।