वैशाली में कोचिंग जा रही छात्रा से छेड़खानी, केस वापस लेने का दबाव, पूरे परिवार को जान से मारने की दी धमकी पुल निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से 10 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, बकरी चराने के दौरान हादसा BIHAR: निषाद आरक्षण पर राजनीति तेज, VIP ने BJP पर जनता को बरगलाने का लगाया आरोप मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 05 Mar 2025 04:22:42 PM IST
upi transaction - फ़ोटो Social Media
फरवरी 2025 में यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) के जरिए किए गए ट्रांजैक्शन की संख्या और ट्रांसफर की गई राशि दोनों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी देखने को मिली है। इस महीने कुल 1611 करोड़ ट्रांजैक्शन हुए, जिनके जरिए 21.96 लाख करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर की गई। पिछले साल फरवरी 2024 की तुलना में, ट्रांजैक्शन की संख्या में 33% और ट्रांसफर की गई राशि में 20% का इज़ाफा हुआ है।
फरवरी 2024 में 1210 करोड़ ट्रांजैक्शन के माध्यम से 18.28 लाख करोड़ रुपए का लेन-देन हुआ था, जबकि फरवरी 2025 में यह आंकड़ा बढ़कर 1611 करोड़ ट्रांजैक्शन पर पहुंच गया। इससे साफ जाहिर होता है कि UPI का उपयोग और विश्वसनीयता लगातार बढ़ रही है, और यह डिजिटल भुगतान के प्रमुख माध्यम के रूप में स्थापित हो चुका है।
इसके अतिरिक्त, इस महीने 3 मार्च तक UPI के जरिए 39 लाख ट्रांजैक्शन हुए, जिनमें 1050 करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर की गई। हालांकि, जनवरी 2025 की तुलना में ट्रांजैक्शन की संख्या में 5% की कमी आई है। जनवरी में 1699 करोड़ ट्रांजैक्शन हुए थे, जिनके जरिए 23.48 लाख करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर की गई थी।
नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा रेगुलेट किए जाने वाले UPI के उपयोग में लगातार वृद्धि यह दर्शाता है कि भारतीय उपभोक्ता डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में न केवल तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, बल्कि UPI को अपनी दैनिक लेन-देन की आदतों का हिस्सा बना रहे हैं।
UPI की सफलता का कारण इसके सरल और सुरक्षित इंटरफेस के साथ-साथ इसकी बढ़ती स्वीकार्यता है, जो अब देशभर में हर वर्ग के लोगों द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है। इस वृद्धि के साथ, डिजिटल भुगतान प्रणाली की प्रभावी कार्यप्रणाली और उसकी पहुंच को लेकर उम्मीदें और भी मजबूत हो गई हैं।