ब्रेकिंग न्यूज़

बेतिया में तेज़ रफ्तार ट्रक ने 50 वर्षीय महिला को कुचला, मौके पर ही दर्दनाक मौत सहरसा में 25 हजार का इनामी अपराधी अजय दास गिरफ्तार, हथियार तस्करी में था वांछित TCH EduServe में शिक्षक भर्ती 4.0, CTET, STET, SSC और बैंकिंग के लिए नया बैच शुरू, मिलेगी मुफ्त टेस्ट सीरीज और विशेष छूट लग्ज़री लाइफ की चाह में मां बनी हैवान: बेटी की हत्या कर शव को बेड में छिपाया, फिर प्रेमी के साथ की अय्याशी Bihar Crime News: बिहार में अजब प्रेम की गजब कहानी, पांच बच्चों की मां बॉयफ्रेंड संग फरार; बेटी के गहने भी ले गई साथ Bihar Crime News: बिहार में अजब प्रेम की गजब कहानी, पांच बच्चों की मां बॉयफ्रेंड संग फरार; बेटी के गहने भी ले गई साथ विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में सख्ती: भू-माफिया और तस्करों पर कसेगा शिकंजा Bihar Crime News: बिहार में रेलकर्मी की चाकू मारकर हत्या, रेलवे ट्रैक पर शव मिलने से सनसनी Bihar Politics: बिहार से युवाओं का पलायन कब रुकेगा? दौरे से पहले पीएम मोदी से प्रशांत किशोर का तीखा सवाल Bihar Politics: बिहार से युवाओं का पलायन कब रुकेगा? दौरे से पहले पीएम मोदी से प्रशांत किशोर का तीखा सवाल

Bihar School News: कैसे पढ़-लिखकर होशियार बनेंगे बिहार के बच्चे? हेडमास्टर ने नदी में फेंक दी किताबें

Bihar School News: बिहार के सहरसा से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां स्कूल के हेडमास्टर ने सरकार द्वारा भेजी गई किताबों को बच्चों के बीच वितरित करने के बजाए उसे नदी में फेंक दिया.

1st Bihar Published by: RITESH HUNNY Updated Sun, 18 May 2025 06:56:38 PM IST

Bihar School News

हेडमास्टर का कारनामा - फ़ोटो reporter

Bihar School News: बिहार के सहरसा स्थित महिषी प्रखंड स्थित मध्य विद्यालय कुंदह के प्रधानाध्यापक द्वारा छात्रों के लिए भेजी गई पाठ्यपुस्तकों को कोसी नदी में बहाने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इस घटना को लेकर महिषी के प्रखंड विकास पदाधिकारी सुशील कुमार ने जलई थाना में एफआईआर दर्ज कराया है।


जानकारी के अनुसार, वर्ष 2024-25 के शैक्षणिक सत्र के लिए छात्रों को वितरित की जाने वाली किताबें हेडमास्टर सुरेश कुमार द्वारा जानबूझकर नदी में फेंकी गईं। जांच के दौरान दो बोरे भीगी हुई किताबें बरामद की गईं, जबकि चार बोरे नदी की तेज धारा में बह गए। घटना उस वक्त उजागर हुई जब विद्यालय के कक्षा आठ के दो छात्र, सनमोल कुमार और मनीष कुमार, नदी किनारे घूम रहे थे। 


उन्होंने देखा कि कुछ किताबें नदी में बह रही हैं। छात्रों के शोर मचाने पर ग्रामीण रतन सादा ने नदी में उतर कर दो बोरे किताबें बाहर निकालीं। स्थानीय ग्रामीणों ने इस घटना के लिए सीधे तौर पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुरेश कुमार को जिम्मेदार ठहराया है। पूछताछ के दौरान सुरेश कुमार ने दावा किया कि स्कूल में कमरों की कमी के कारण उन्हें ऐसा करना पड़ा।


बीडीओ ने जांच के बाद कहा कि प्रधानाध्यापक की यह हरकत छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है और सरकारी संपत्ति को जानबूझकर नुकसान पहुंचाने, पद के दुरुपयोग और सरकारी राशि के गबन की श्रेणी में आता है। पिछले शैक्षणिक सत्र में विद्यालय में कक्षा 1 से 8 तक कुल 354 छात्रों के नामांकन के बावजूद मात्र 220 छात्रों को ही किताबें वितरित की गईं थीं। बीडीओ के लिखित आवेदन पर हेडमास्टर के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।