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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 09 Jun 2025 08:48:25 PM IST
संजय सिंह को जवाब - फ़ोटो REPORTER
PATNA: जन सुराज के महासचिव किशोर कुमार ने जेडीयू MLC संजय सिंह के सवाल का करारा जवाब दिया। कहा कि प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार से डिप्टी सीएम का पद नहीं मांगा था, बल्कि 2015 में उनकी मुख्यमंत्री की कुर्सी बचाई थी। वही पूर्व विधान पार्षद रामबली चंद्रवंशी ने कहा कि जब प्रशांत किशोर नीतीश कुमार के साथ उनके सरकारी आवास पर रहते थे, तब संजय सिंह की कोई राजनीतिक पहचान भी नहीं थी।
जन सुराज पार्टी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जदयू उपाध्यक्ष सह एमएलसी संजय सिंह द्वारा प्रशांत किशोर और जन सुराज पर लगाए गए बेबुनियाद आरोपों का करारा जवाब दिया। पार्टी के महासचिव और पूर्व विधायक किशोर कुमार ने कहा कि प्रशांत किशोर ने जदयू CAA, NRC के विरोध में छोड़ दी थी। मैं जदयू नेताओं को याद दिलाना चाहूंगा कि 2015 के चुनाव में नीतीश कुमार ही थे जिन्होंने दिल्ली जाकर प्रशांत जी से मुलाकात की थी और मदद मांगी थी। और प्रशांत जी ने उस समय नीतीश कुमार की मदद की थी जब उनका राजनीतिक भविष्य खतरे में था। इसीलिए प्रशांत किशोर ने डिप्टी सीएम का पद नहीं मांगा, बल्कि नीतीश कुमार का मुख्यमंत्री पद बचाया।
इसके साथ ही उन्होंने जदयू नेता द्वारा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर दिए गए बयान का जवाब देते हुए कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह की मां 1989 तक सांसद थीं। उसके बाद 15 साल के अंतराल के बाद उदय सिंह खुद अपनी मेहनत से सांसद बने। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जब प्रशांत किशोर परिवारवाद के खिलाफ बोलते हैं तो वह राजद जैसी पार्टियों में परिवारवाद की बात करते हैं जिसमें लालू जी के बाद उनका बेटा ही पार्टी का चेहरा होगा और कोई दूसरा काबिल व्यक्ति नहीं।
जन सुराज का मानना है कि अब जब जन सुराज और प्रशांत किशोर लगातार नीतीश कुमार और उनकी सरकार पर सवाल उठा रहे हैं तो हमारे सवालों का जवाब देने की बजाय जदयू के नेता बिना कोई सबूत दिए हम पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। हम जदयू नेता को सलाह देना चाहेंगे कि जो लोग शीशे के घर में रहते हैं, उन्हें दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं फेंकना चाहिए। इसके साथ ही पूर्व एमएलसी रामबली चंद्रवंशी ने संजय सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जब हमारे नेता और जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर नीतीश कुमार के साथ उनके सरकारी आवास पर रहते थे, तब संजय सिंह जी की कोई राजनीतिक पहचान भी नहीं थी। जदयू नेताओं को यह अहसास हो गया है कि बिहार की जनता आगामी विधानसभा चुनाव में बदलाव चाहती है और नीतीश कुमार की पार्टी जदयू को चुनाव में भारी नुकसान होने वाला है, इसीलिए संजय सिंह ने इस तरह के बेबुनियाद आरोप लगाए हैं। उनके आरोप बेमौसम बारिश की तरह हैं जिसका कोई औचित्य नहीं है। इसके साथ ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रवक्ता सोनाली आनंद भी मौजूद रहीं।